भंडारा।
विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने कहा है कि वर्तमान में भंडारा शहर में अंडरग्राउंड सीवरेज निर्माण की मंजूरी के लिए क्रेडिट को धोखा देने का बचकाना काम सांसद-महापौर सुनील मेंढे को नहीं करना चाहिए। वे शासकीय विश्राम गृह में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में योजना को लेकर किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दे रहे थे।
भंडारा जिले में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे के अथक प्रयासों के चलते हाल ही में भंडारा नगर परिषद को भूमिगत सीवर निर्माण की मंजूरी मिली है। नरेंद्र भोंडेकर ने इसका पालन किया और समय-समय पर इसे मंजूरी दी। लेकिन भंडारा गोंदिया के सांसद सुनील मेंढे का झंडा फहराने के बाद वास्तव में इस को किसने लाया? इसलिए पता चला है कि इस योजना के बैनर लगाकर जनता को भ्रमित करणे का काम नगराध्यक्ष सुनील मेंढे कर रहे है
कुछ दिन पहले, विधायक भोंडेकर ने भंडारा शहर में सबसे महत्वाकांक्षी भूमिगत सीवरेज परियोजनाओं में से एक के लिए महाराष्ट्र सरकार को तकनीकी मंजूरी दिलाई, 167 करोड़ रुपये की परियोजना के लिए प्रशासनिक स्वीकृति के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था। इस बीच, सरकार ने 167 करोड़ रुपये में से 116 करोड़ रुपये के पहले चरण के लिए प्रशासनिक मंजूरी दे दी है। सरकार की मंजूरी के साथ ही अब टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है और उम्मीद है कि जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। शासन के निर्णय के अनुसार 10 जुलाई 2017 की आम बैठक में नगर परिषद भंडार के 14 वें वित्त आयोग की ओर से 18 करोड़ रुपये की राशि से जनता का 15 प्रतिशत हिस्सा इस परियोजना के लिए दिया गया था। कुछ दिन पहले जुलाई 2021 में 167 करोड़ रुपये की परियोजना को तकनीकी मंजूरी मिली थी। जलापूर्ति योजना का मात्र 27 प्रतिशत पूरा होने से भूमिगत सीवरेज योजना के प्रथम चरण में प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त करने में कठिनाई हुई। विधायक भोंडेकर के प्रयास प्रशासनिक स्वीकृति के कारण सफल हुए हैं। नतीजतन भंडारा शहर में जल्द ही भूमिगत सीवरेज योजना का काम शुरू हो जाएगा, इसलिए जिले में विधायक भोंडेकर के काम की सराहना हो रही है, लेकिन यह परियोजना भंडारा शहर की खूबसूरती में चार चांद लगा देगी यह निश्चित तौर कहा जा रहा है।
यह राय विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने संवाददाता सम्मेलन में व्यक्त की है। उस समय अनिल गायधने, जाकी रावलानी, मुकेश थोटे, सुरेश धुर्वे, शैलेश खरोले, संजय रहपाड़े, विजय कुंभरे, नरेश बोपचे और अनेक शिवसेना कार्यकर्ता मौजूद थे।