कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का शुक्रवार को 9वां दिन है. आंदोलन के चलते दिल्ली बॉर्डर पर 9 प्वाइंट पर ट्रैफिक बंद कर दिया गया है. इसी बीच किसान आंदोलन के समर्थन में अवॉर्ड वापसी का सिलसिला अब भी जारी है. किसानों के समर्थन में पंजाब के लेखक डॉ. मोहनजीत, चिंतक डॉ. जसविंदर और पत्रकार स्वराजबीर ने अपने साहित्य अकादमी अवॉर्ड लौटा दिए हैं.भारतीय साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने का ऐलान करते हुए डॉ. जसविंदर सिंह ने कहा, अगर कोई लेखक लोगों की आवाज़ को प्रस्तुत नहीं कर सकता है तो क्या बात है? मैंने पुरस्कारों के लिए लिखना शुरू नहीं किया. केंद्र सरकार को किसानों के साथ निर्दयता से पेश आना और बुनियादी मानवाधिकारों का उल्लंघन करते देखना निराशाजनक है.
इससे पहले गुरुवार को पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने अपना पद्मविभूषण अवॉर्ड लौटा दिया था. उनके अलावा राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींढसा ने अपना पद्मश्री वापस करने का ऐलान किया था.
अपनी मांग पर अड़े किसान गुरुवार को केंद्र सरकार और किसान यूनियनों की बातचीत के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि आंदोलन अभी थमेगा नहीं, क्योंकि चौथे दौर की इस बातचीत में भी कई मसलों पर गतिरोध बना हुआ है. दिल्ली बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों पर अब भी अड़े हुए हैं. केंद्र और किसानों के बीच 5वें दौर की बातचीत 5 दिसंबर को होनी है. क्रांतिकारी किसान यूनियन के लीडर दर्शनपाल ने कहा कि केंद्र कानूनों में कुछ सुधार पर राजी है, पर हम नहीं. हमने उन्हें बता दिया है कि पूरे कानून में ही खामी है.