-218 पॉजिटिव मरीज मिले, सभी ठीक होकर घर पहुंचे
-मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग के त्रिसूत्र का असर
नागपुर। (नामेस)।
सितंबर माह में नागपुर में 218 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए और सभी पूरी तरह से ठीक हो गए. इस माह किसी भी मरीज कोरोना से मौत नहीं हुई है. यह राहत की खबर है. मास्क का नियमित इस्तेमाल, सैनिटाइजर का समय-समय पर उपयोग और सोशल डिस्टेंसिंग के त्रिसूत्र के चलते ही यह संभव हो पाया है.
पिछले डेढ़ साल से नागपुर में कोविड-19 वायरस नागरिकों को परेशान करता रहा है. इसने नागरिकों की अच्छी परीक्षा ली है. इस बीच जनवरी माह से शुरू हुए टीकाकरण और नागरिकों को नियमों का पालन करने की आदत लगने के परिणाम अब नज़र आने लगे हैं.
हालांकि कोरोना की तीसरी लहर की तलवार अभी भी नागरिकों के सिर पर टंगी हुई है. बावजूद इसके अगस्त और सितंबर महीने में मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आई है. सितंबर माह में कोरोना के कारण नागपुर शहर में एक भी मृत्यु दर्ज नहीं हुई है. यह बात राज्य सरकार, श्हर प्रशासन और नागरिकों को भी राहत देने वाली है.
कोविड-19 वायरस का नागपुर शहर में पदार्पण मार्च 2020 में हुआ था. प्रारंभ में इस वायरस के बारे में नागरिकों में भी भ्रम की स्थिति थी, डर का माहौल था. सरकार और प्रशासन से समय-समय पर बताया भी कि कोरोना संक्रमण होने के बाद भी समय पर उचित उपचार किया जाए तो कोरोना से मुक्त हुआ जा सकता है. इसका परिणाम यह हुआ कि कोरोना पॉजिटिव मरीज भी ठीक होकर घर लौटने लगे. यह अत्यंत राहत भरी खबर रही.
अब महानगर में अधिकांश नागरिकों का टीकाकरण हो चुका है. स्वास्थ्य सेवाएं भी मजबूत हो चुकी हैं. लोगों को कोरोना वायरस के बारे में संपूर्ण जानकारी हो चुकी है. नागरिक सरकार और प्रशासन की ओर से दिए जाने वाले निर्देशों का पालन कर रहे हैं. कोरोना के दिशा-निर्देशें का पालन कर रहे हैं. इन दिशा-निर्देशों को नागरिकों ने अपनी आदत में शुमार कर लिया है.
हालांकि इसके बावजूद अभी भी अनेक लोगों ने टीके का दूसरा डोज नहीं लिया है. महापौर दयाशंकर तिवारी और मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने नागरिकों से कोरोना के दिशा-निर्देशों का पालन करने और टीका लगवाकर कोरोना से दूर रहने का आवाहन किया है.