प्रयागराज.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में जांच तेज हो गई है. गिरि की मौत के मामले की जांच के लिए प्रयागराज पुलिस ने विशेष जांच दल का गठन किया है. पुलिस इस मामले में मुख्य आरोपी आनंद गिरि को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
महंत नरेंद्र गिरि सोमवार की शाम अपने मठ में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस को महंत नरेंद्र गिरी के शव के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है. जिसमें महंत ने अपने शिष्य आनंद गिरी से दोषी होने की बात कही है. जिसके बाद उत्तराखंड पुलिस की मदद से आनंद गिरि को सोमवार देर रात को ही हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया गया था. जिसके बाद मंगलवार को प्रयागराज पुलिस ने मामले में एसआईटी गठित है.
महंत नरेंद्र गिरी के पास से मिले सुसाइड नोट में आनंद गिरी, बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी पर मानसिक तौर से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है. जिसके बाद पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया है. पुलिस के मुताबिक 7 पेज के सुसाइड नोट में महंत ने मानसिक रूप से परेशान होने की बात कही है.