पारशिवनी।
बाढ पिडीत इलाके में फसें लोगों को बचाने के लिये राज्य आपत्ति दल ने गूरवार की सुबह पेच जलाशय में राजस्व विभाग के पटवारियों को प्रशिक्षण दिया। बाढ में फसें लोगों को किस तरह बचाया जा सकता है। इसलिये पानी कैसैओ, बी, एम बोट चलाया जा सकता है। उसे किस तरह कम समय में तयार करने का प्रशिक्षण दिया गया। ओ. बी. एम बोट का प्रशिक्षण व प्रात्यक्षिक पेंच जलाशय में दिया गया। राज्य आपत्ती सहायता समुह ने पारशिवनी तहसील पटवारी, कर्मचारी और स्वयंसेवक तथा पत्रकारों को जानकारी दी। प्रशिक्षण और प्रात्यक्षिक शिविर का आयोजन पेंच जलाशय में किया गया था। राज्य आपत्ती दल के पुलिस उपनिरीक्षक अजय कालसरपे ने उपस्थित सभी को जानकारी देते हुये ओ बी एम बोट की जानकारी साझा की। मशीन बोट पर किस तरह फिट की जाती है, बोट में हवा भरने, बोट पानी में चलाते समय किस तरह की सावधानिया बरतनी चाहीये, ओ बी एम बोट चलाते समय वह आगे पीछे किस तरह की जाती है। बाढ में फसे लोगो को किस तरह बचाया जा सकता है, ऐसी सभी प्रकार की जानकारी दी गई। विपरित परिस्तिथि में मदद करते समय सावधानीया बरतना जरुरी है। इस प्रकार का प्रशिक्षण पेंच जलाशय में प्रत्याशिक कर दिखाया गया। जो बाढ में फसे लोगों को बचाने में महत्वपूर्ण साबीत हो सकती है। इस दौरान तहसीलदार प्रशांत सांगडे, नायब तहसीलदार राजाराम आडे, राज्य आपत्ती प्रतिसाद दल के पुलिस उपनिरीक्षक अजय कालसरपे, नरेद्र हादले, मनोज खंडाते, रोशन भुजाडे, पंकज राॅय, भुषन संगितराव, गजानन वरगट, संभाजी इंगले, मंडल अधिकारी राजेश घुडे, जगदीश मेश्राम, बबन जगदणे, पटवारी मिलिंद दुधे, रितेश सवाईतुल, विश्वजीत पुरमकर, संदीप पालिवाल, गणेश चव्हाण, देवाशील देशमुख, अरविंद डोनारकर, ऋषि गोरले, स्वयंसेवक भूषण इंगोले, विजय भुते, रुपेश खंडारे, राजेश मघरे, भीमराव वागधरे, विजय ठाकरे, राजेश उके, अतुल मेश्राम, मंगेश उके, विशाल सहारे, पुलिस पेंच पाटबंधारे विभाग के कर्मचारी एवं स्वयंसेवक उपस्थित थे।