वेकोली गोकुल खदान की खुदाई पिछले पांच साल से चल रही है। इस बीच खदान में प्रतिदिन 50 से 100 टन ब्लास्टिंग हो रही है, जिससे कई घर जर्जर हो चुके हैं। बुधवार की शाम करीब 6.30 बजे बारिश में जोरदार धमाका हुआ। ब्लास्टिंग स्टोन घर के पास बंधे दो बैलों के अंगों पर गिर गया। जिसमे एक बैल घायल हो गया और ब्लास्टिंग स्टोन अमर नत्थू वैद्य के शरीर पर गिर गया। हलाकि कोई जीवित हानि नहीं हुई।
वेकोली प्रशासन को घटना की सूचना दी गई लेकिन कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा। इस बीच, जब ग्रामीण वेकोली पहुंचे, तो सुरक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन सांत्वना देने की जगह अधिकारियो द्वारा गलत भाषा का उपयोग किया गया। इस बीच शुक्रवार की सुबह पीड़ित किसान ने अपने बैलो को लेकर वेकोली के मुख्य द्वार पर बांध दिया और कहा कि जब तक न्याय नहीं हो जाता वह अपना आंदोलन बंद नहीं करेंगे। इस दौरान शाम को प्रतिनिधि के घटनास्थल के दौरे के दौरान किसी ने भी घटना पर ध्यान नहीं दिया और मामला सुलझ नहीं पाया है। इसी बीच गांव में घटनास्थल का दौरा करने के दौरान वेकोली के ब्लास्टिंग जोन से 50 मीटर की दूरी पर कई पत्थर गिरते नजर आए, ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि क्या ब्लास्टिंग किसी ग्रामीण की जान ले लेगी या नहीं. ब्लास्टिंग से पूरे गांव में दहशत का माहौल है। गांव के लोग दहशत के माहौल में जी रहे हैं क्योंकि दिन में पांच से छह बार भारी ब्लास्ट हो रहा है। गांव के पुनर्वास और भारी विस्फोट को जल्द ही नहीं रोका गया वेकोली में काम बंद किया जायेगा ऐसी चेतावनी ग्रामपंचायत सदस्य कवडू मूळे,स्नेहा वैद्य, कैलास पडोळे,विठ्ठल वरघने,विजय गायकवाड व गावकद्वारा दी गई।