नागपुर से रामटेक किराए की टैक्सी करके घूमने के लिए आए 6 युवकों में से 2 युवकों की अंबाला तालाब में डूबने से बुधवार की सुबह मौत हो गई। जबकि चार खुद को बचाने में सफल हो गए गए। डूबकर अपनी जान गंवाने वाले निसर्ग प्रभाकर वाघ और कुणाल अशोक नेवारे दोनो युवक नागपुर निवासी हैं।
जानकारी के अनुसार बुधवार की सुबह कार क्रमांक एमएच 43 बीपी 5608 में सवार होकर लक्ष्मीकांत अनिल बाबिलकर निवासी गोधनी, प्रणय अजय वासनिक निवासी गिट्टीखदान, अभिनव अजय जिचकार (सभी की उम्र 17 वर्ष) निसर्ग प्रभाकर वाघ 18 वर्ष, कुणाल अशोक नेवारे 17 वर्ष (तीनो निवासी रविनगर परिसर ) रामटेक घूमने के लिए निकले। सभी युवक 12 वी कक्षा में एक साथ पढने के कारण दोस्त थे। जानकारी के अनुसार सभी ने किराए की टैक्सी किया था। रामटेक पहुंचने के बाद वे सबसे पहले राम मंदिर भगवान राम के दर्शन के लिए गए। किन्तु वहां पहुंचने के बाद जब उनको मंदिर मे ताला बंद दिखाई दिया तो वे वापस लौटकर अंबाला तालाब की तरफ जाने लगे। रामटेक -अंबाला संपर्क मार्ग पर कोविड 19 महामारी के कारण प्रशासन द्वारा प्रवेश बंदी लागू किए जाने के कारण पुलिस द्वारा वहां फर एक अस्थायी चौकी बनाई गई है, चौकी में तैनात होमगार्ड द्वारा उनको रोके जाने पर वे कार लेकर वही पर स्थित आमगांव चले गये और वहां पर कार पार्क करके पैदल पगडंडी से पहाडी चढकर अंबाला झील के किनारे पहुंच गए। वहां पहुंचने के बाद उन्होंने झील मे नहाने की इच्छा जाहिर की, उनमे से दो किनारे पर ही बैठे रहे और चार झील मे नहाने के लिए नीचे उतर गए ।तैरना न आने के कारण सभी जब पानी मे डूबने लगे तो दो युवक एक दूसरे का हाथ पकडकर बाहर निकलने में सफल हो गए किन्तु निसर्ग और कुणाल बाहर नही निकल सके और डूब गए । बाहर निकलने के बाद चारो युवकों ने चिल्लाना शुरू किया किन्तु जब तक लोग वहां पर पहुंचते कुणाल और निसर्ग पानी मे डूब चुके थे।
इसी बींच रामटेक पुलिस स्टेशन में युवकों के डूबने की जानकारी दिए जाने पर पुलिस निरीक्षक प्रमोद माकेश्वर, सहायक पुलिस निरीक्षक दत्तप्रसाद शेंडगे, उप पुलिस निरीक्षक शिवाजी बोरकर सहित अन्य पुलिस कर्मचारी वहां पर जा पहुंचे और उन्होंने स्थानीय गोताखोरो को बुलाकर पानी मे उतारा और डूबे युवकों को बाहर निकालने के लिए प्रयास शुरू किए, लगभग आधे की मशक्कत के बाद गोता खोरो ने निसर्ग का शव बाहर निकाला किन्तु कुणाल का शव उनको नही मिला। दोपहर लगभग दो बजे एन डी आर एफ का एक दल भी नागपुर से वहां पर पहंचा और कुणाल के शव को ढूंढने का भरपूर प्रयास शाम 5 बजे तक स्थानीय गोताखोरो के साथ किया किन्तु अधिक गहराई होने के कारण कुणाल का शव नही मिल सका और 5 बजे शोध मुहिम बंद कर दी गई। गुरुवार की सुबह पुनः शव की खोज की शुरुआत की जाएगी।
जानकारी के अनुसार उपरोक्त सभी युवक नागपुर के अच्छे परिवार से सम्बंधित होने के कारण हादसे की खबर मिलने के बाद सभी के परिवार वाले और रिश्तेदार वहां पर पहुंच गए थे। गौरतलब है कि मृत दोनों दोस्त अपने माता-पिता के इकलौते बेटे हैं।
डूबने से मृत युवक निसर्ग के पिता भिवापुर पंचायत समिति मे विस्तार अधिकारी है। निसर्ग के शव का पोस्टमार्टम किए उप जिला अस्पताल मे किए जाने के बाद पुलिस ने अंतिम संस्कार के लिए शव उसके परिवार को सौंप दिया। फिलहाल रामटेक पुलिस स्टेशन द्वारा सी आरपीसी 174 के तहत प्रकरण दर्ज करके आगे की जांच की जा रही है।