वाड़ी के वेल्ट्रीट अस्पताल पर तीसरे दिन भी पुलिस का बंदोबस्त तगड़ा रहा।रविवार को सांसद कृपाल तुमाने ने अस्पताल को भेट कर जायजा लिया।पीआई प्रदीप सुर्यवंशी को जांच कहा तक आई इस संदर्भ में सांसद ने पूछताछ की।अस्पताल में मृतको को श्रद्धाजंली दी गई।व कहा कि अस्पताल में लगी आग व 4 मृतकों की कड़ी जांच कर दोषियों पर कड़ी से कड़ी करवाई करने के मौखिक आदेश दिए।
सांसद तुमाने ने बताया कि जिले के सभी अस्पतालों का फायर ऑडिट करने की मांग की गई।इस मौके पर शिवसेना तालुक्का प्रमुख संजय अनासने,युवा सेना प्रमुख हर्षल काकड़े के नेतृत्व सांसद तुमाने को ज्ञापन सौंपा।व वाड़ी में 100 बेड का सरकारी अस्पताल निर्माण करने की मांग की।सांसद ने इस पर कहा कि अस्पताल के संदर्भ में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात कर निधी को उपलब्ध कराते है केवल अस्प्ताल की जगह नगर परिषद ने उपलब्ध करने को कहा।
वाड़ी में जो दुर्घटना हुई इस पर दुःख जताया।युवा सेना के हर्षल काकड़े ने बताया कि वाड़ी में सरकारी अस्पताल की मांग इसके पहले भी की गई है।वेल्ट्रीट अस्पताल को बन्द कराने के लिए राजेश भगत मुख्याधिकारी थे तब प्रस्ताव लिया गया लेकिन उनकी बदली हो गई।वेल्ट्रीट मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग भी हर्षल काकड़े ने की।
वही तालुका प्रमुख संजय अनासने ने अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कोविड़ सेंटर नही होने के बाद भी डॉ राहुल ठवरे ने कोरोना का इलाज कैसे किया।कोरोना में ही मृत्यु हुई लेकिन इसे छुपाने आग लगाई गई।इसकी जांच इस दिशा में पुलिस ने करने की मांग अनासने ने की।आगे कहा कि वाड़ी 1 लाख जनसंख्या वाला शहर है।यहां पर सरकारी अस्पताल होना अत्यंत जरूरी है।अब वाड़ी में सरकारी अस्प्ताल नही बना तो शिवसेना आंदोलन करने की चेतावनी भी अनासने ने दी।
इस दौरान युवासेना ज़िल्हाप्रमुख हर्षल काकड़े, विधानसभा संघटक संतोष केचे तालुक़ा प्रमुख संजय आनासाने,उप ता. प्र.रूपेश झाड़े युवा उप जिल्हाप्रमुख विजय मिश्रा,विलास भोंगळे, अखिल पोहनकर, क्रांति सिंग, सचिन बोमबले, शरण सूद, मोहित कोठे, खडेकर, नरेश मसराम, कैलाश मालोदे, भाऊराव रेवतकर उपस्थित थे। पुलिस परिवार के बयान दर्ज कर ही वेल्ट्रीट अस्पताल मामले में वाड़ी पुलिस जांच कर रही है।मृतक व उपचार लेने वाले परिवार के बयान दर्ज कर रहे।अस्पताल में लगी आग का भी इन्वेस्टिगेशन चल रहा है जो दोषी पाएंगे उन पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी यह जानकारी पीआई प्रदीप सुर्यवंशी ने दी। हादसे में परिवार के लोगो के फाइल्स,कुछ सामग्री,पर्स अस्पताल में ही है।जिसके कारण लोगो को परेशानी हो रही है।उसे वापस करने की मांग परिवार के लोगो ने पुलिस को की।