कोविड के बढ़ते संक्रमण के बीच रेमडेसिवीर इंजेक्शन की किल्लत दिख रही है . पालक मंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए स्पष्ट कहा है कि इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी शनिवार को विभागीय आयुक्त कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में वे बोल रहे थे।
पालक मंत्री नितिन राऊत ने कहा है कि इंजेक्शन के साथ – साथ अस्पतालों में बेड की उपलब्धता को लेकर सरकारी मशीनरी को अधिक समन्वय के साथ काम करने के निर्देश दिए . राऊत शनिवार को विभागीय आयुक्त कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में बोल रहे थे . उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लिए जिलाधिकारी एवं शहर के लिए मनपा आयुक्त को जरूरतमंदों को रेमडेसिवीर की आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा गया है . महामारी के इस दौर में रैमडेसिवीर को रामबाण के रूप में निजी डॉक्टर उपयोग कर रहे हैं . बहरहाल यह इंजेक्शन गंभीर मरीजों को देना चाहिए . रेमडेसिवीर खरीदने के लिए रोगियों के रिश्तेदार लाइन लगा रहे हैं . यह भी बात सामने आई है कि इंजेक्शन के लिए अधिक पैसे वसूले जा रहे हैं .
इसकी आपूर्ति के लिए जिलाधिकारी व मनपा आयुक्त को समन्वय रखना चाहिए . अन्न व औषध प्रशासन को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए राऊत ने कहा कि ग्रामीण परिसर में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है . ऐसे में किसी को संक्रमण होने पर गांव के डॉक्टर के मार्फत इसकी जानकारी तहसील स्तर के नियंत्रण कक्ष तक पहुंचानी चाहिए . बैठक में विधायक विकास ठाकरे , विभागीय आयुक्त डॉ . संजीव कुमार , पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार , जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी .मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेश कुंभेजकर , वनामति प्रशिक्षण संस्था के संचालक मनीषा खत्री , मनपा के अपर आयुक्त जलज शर्मा , नागपुर ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक राकेश ओला , शासकीय मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ . सुधीर गुप्ता , इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन अजय केवलिया , सूचना व जनसंपर्क संचालक हेमराज बागुल , स्वास्थ्य उपसंचालक डॉ . संजय जायस्वाल , जिला सर्जन डॉ . देवेंद्र पातुरकर आदि मौजूद थे .