कपिलनगर थाने में एक युवक से ने अपनी बचपन की दोस्त झूठ बोलकर स्वयं को नायब तहसीलदार बताया. फिर प्रेम-जाल में फांसकर कोर्ट मैरिज की और 3 महीने तक दुष्कर्म करता रहा. इसके बाद अचानक एक दिन अपना मोबाइल बंद कर फरार हो गया. अपने साथ हुई धोखाधड़ी का पता चलते ही पीड़िता ने दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई.
आरोपी बेसा निवासी पारितोष डांगे बताया गया है जानकारी के अनुसार 31 वर्षीय पिडीता इनकम टैक्स विभाग में नौकरी करती है. वह तलाकशुदा है और फिलहाल अपने माता-पिता के साथ रहती है. पारितोष और पीड़िता, दोनों बचपन के दोस्त हैं. एक दिन फेसबुक पर पारितोष का प्रोफाइल दिखा. उसने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी. पीड़िता ने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट की तो पता चला कि पारितोष उसके बचपन का दोस्त है कुछ दिनो मे उन्होने एक दुसरे के फोन नंबर लिए और बातचित शुरु की पीड़िता ने पुलिस को अपनी शिकायत में कहा कि पारितोष ने उससे कहा कि वह वर्धा में नायब तहसीलदार है. वह कई बार उसे वर्धा से वॉट्सएप और वीडियो कॉल करता था. बचपन का दोस्त होने से पीड़िता उस पर विश्वास करती चली गई. एक दिन पारितोष ने उसे प्रपोज किया जिसे वह इंकार नहीं कर सकी. . दोनों ने अगस्त 2020 में कोर्ट मैरिज भी कर ली लेकिन पारितोष उसे कभी अपने घर नहीं ले गया. वर्धा में नौकरी होने का बताकर वह पीड़िता के मायके में आता था और शारीरिक बनाता था. यह क्रम करीब 3 महीने चला. बार-बार कहने पर भी जब वह पीड़िता को घर नहीं ले गया तो शक होने लगा. इसी बीच 10 मार्च को शाम 6 बजे अचानक पारितोष पीड़िता के घर से कहीं चला गया और उसका मोबाइल भी बंद हो गया.ऐसे में पीड़िता ने कोर्ट मैरिज में पारितोष की ओर से गवाह बने उसके दोस्त को कॉल किया तो सच का पता चला. उसने बताया कि पारितोष कोई नायब तहसीलदार नहीं है. वह सिर्फ एमपीएससी की तैयारी कर रहा है. यह सुनकर पीड़िता और उसके परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई. उन्होंने तुरंत कपिलनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामला दर्ज कर पारितोष हिरासत मे लेकर पुछताछ शुरु कर दी है