नागपुर। जहां एक ओर स्मार्ट बिजली मीटर का भारी विरोध हो रहा है, वहीं महावितरण ने राज्य में स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर लगाने की गति बढ़ा दी है। इस काम के लिए नियुक्त एजेंसियों को काम शुरू करने का आदेश दे दिया गया है। अब समझौते पर हस्ताक्षर की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दावा है कि फरवरी 2024 से मीटर लगने शुरू हो जाएंगे। विदर्भ की बात करें तो यहां कुल 52 लाख 6 हजार 982 स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं।
राज्य में करीब 26 हजार करोड़ रुपये की लागत से स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। हर मीटर बदला जाएगा। कुल 2.41 करोड़ उपभोक्ताओं के बिजली मीटर बदले जायेंगे। विदर्भ की बात करें तो कुल 52 लाख छह हजार 982 स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। सबसे ज्यादा 9 लाख 45 हजार 623 मीटर नागपुर शहर में लगाए जाएंगे। मोबाइल की तरह इसमें भी पोस्ट पेड और प्रीपेड सुविधाएं होंगी।
यह पूरा काम निजी कंपनियों को सौंपा गया है। विदर्भ के नागपुर, वर्धा, भंडारा, गोंदिया, चंद्रपुर और गढ़चिरोली में मॉन्टी कार्लो और अमरावती, वाशिम, अकोला, यवतमाल और बुलढाणा में जीनस कंपनी को स्मार्ट मीटर लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन कंपनियों को 27 महीने में मीटर लगाना होगा।
इन कंपनियों पर 93 महीने के रखरखाव की जिम्मेदारी भी होगी। इन मीटर्स को लगाकर ट्रांसफार्मर और सब स्टेशनों को भी स्मार्ट बनाया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगाने के लिए कंपनियों को भी ‘स्मार्ट’ होना होगा। उनके पास डेटा सेंटर और जीपीएस सिस्टम विकसित करने की अहम जिम्मेदारी है।
Sunday, November 24, 2024
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