नागपुर। स्वाइन फ्ल्यू मृत्यु विश्लेषण समिति द्वारा मंगलवार को नागपुर शहर में स्वाइन फ्ल्यू के कारण हुई मृत्यु के मामलों की समीक्षा की गई. बैठक में 4 मरीजों की मौत इन्फल्युएंज़ा ए से होने का प्रमाणित किया गया, एक जनवरी 2023 से अब तक कुल 9 मरीजों की मृत्यु स्वाइन फ्ल्यू से हुई है. अलावा इसके कुल 14 मरीज ऐसे हैं जिनमें से 10 के बारे में संदेह था कि वे इन्फल्युएंज़ा ए एच1एन1 के कारण मृत्यु का शिकार हुए हैं. इन सभी मामलों की समीक्षा बैठक में की गई.
मनपा के मेडिकल स्वास्थ्य अधिकारी के कक्ष में संपन्न बैठक में समिति के अध्यक्ष मनपा के मेडिकल स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरेंद्र बहिरवार, मेडिकल अधिकारी (संसर्गजन्य रोग) डॉ. गोवर्धन नवखरे, इंदिरा गांधी शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय के सूक्ष्मजीव शास्त्र विभाग के प्राध्यापक डॉ. रविंद्र खडसे, मेयो अस्पताल के औषध वैद्यकशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. गुंजन दलाल, जिला परिषद नागपुर के जिला संसर्गजन्य रोग अधिकारी डॉ. विनोद बिटपल्लिवार सहित निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि भी प्रमुखता से उपस्थित थे.
बैठक में समिति के समक्ष इन्फल्युएंज़ा ए के कारण मृत्यु का शिकार हुए कुल 4 मरीजों की जानकारी रखी गई. उनका विश्लेषण किया गया. इसमें एक मरीज मध्य प्रदेश व एक मरीज गोंदिया का था और 2 मरीज नागपुर शहर के थे. प्रमाणित किया गया कि इसमें से सभी मरीजों की मृत्यु इन्फल्युएंज़ा ए एच1एन1 से हुई थी.
इस साल एक जनवरी 2023 से अब तक स्वाइन फ्ल्यू से कुल 9 मरीजों की मृत्यु हुई थी. ये सभी मामले विश्लेषण बैठक में सामने लाए गए. इनमें कुल 14 इन्फल्युएंज़ां ए एच1एन1 के संदेहास्पद मृत मरीजों की जानकारी भी रखी गई. संदेह है कि इसमें से 10 मरीजों की मृत्यु इन्फल्युएंज़ा ए एच1एन1 के कारण हुई. इसमें मनपा की सीमा में रहने वाले मरीजों की संख्या 7 है.
इन्फल्युएंज़ा ए एच1एन1 के कारण मृत कुल 10 में से 5 मरीज 40 से 60 आयु वर्ग के थे और 5 मरीजों की आयु 60 वर्ष से अधिक थी. कुल 10 मृतकों में से 5 महिला व 5 पुरुष थे. कुल 10 इन्फल्युएंज़ा ए एच1एन1 के मृतकों में दूसरी बीमारियां भी पाई गर्इं.
समिति की ओर से कहा गया कि जिन मरीजों को दूसरी भी बीमारियां हैं, उन्हें इन्फल्युएंज़ा जैसे लक्षणों की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए और तत्काल डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
समिति ने की कुछ सिफारिशें
मृत्यु विश्लेषण समिति द्वारा इन्फल्युएंज़ा ए एच1एन1 के करण हुई मौतों के विश्लेषण के बाद समिति की ओर से कुछ सिफारिशें की गई हैं. इसमें कहा गया है कि सभी स्वास्थ्य संस्थाओं को अपने-अपने कार्य-क्षेत्र में दूसरी बीमारियों का भी शिकार व्यक्तियों और वरिष्ठ नागरिकों में फ्ल्यू जैसे लक्षण पाए जाने पर तुरंत उचित उपचार प्रारंभ किया जाए. और उनकी स्वास्थ्य-स्थिति पर नज़र रखकर ज़रूरत पड़ने पर अस्पताल भेजा जाए.
आईएलआर और सारे मरीजों के संबंध में क्षेत्रीय सर्वेक्षण को सक्षम बनाया जाए.
वरिष्ठ नागरिक व दूसरी बीमारियों वाले मरीजों को इन्फल्युएंज़ा ए वैक्सीन का डोज लेना चाहिए. साथ ही व्यक्तिगत स्वस्छता जैसे बार-बार हाथ धोने, सैनीटाइज़र से हाथ धोने, खांसते और छींकते समय मुंह पर रुमाल रखने, उन चीजों को निर्जंजुक करने जिनका स्पर्थ बार-बार होता है, फ्ल्यू जैसे लक्षण पाए जाने पर घर में ही रहने और भीड़ में जाने से बचने, पर्याप्त आराम करने और पानी पीने की सलाह दी गई है.
वरिष्ठ नागरिक व दूसरी बीमारियां वाले लोगों, गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है. सभी निजी अस्पतालों और दवाखानों को अपने संस्थान में उपचार के लिए आने वाले इन्फल्युएंज़ा ए एच1एन1 के मरीजों की जानकारी मनपा के संसर्गजन्य रोग विभाग को दी जाए.
विभाग द्वारा मरीज के निवासी क्षेत्र का सर्वेक्षण कर फ्ल्यू जैसे मरीजों की तलाश कर उनका उपचार किया जाए, ताकि बीमारी का प्रसार होने से रोका जा सके.
Sunday, November 24, 2024
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