कांग्रेस आरक्षण को बनाएगी सबसे बड़ा मुद्दा?

नई दिल्ली. कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की सोमवार को हुई बैठक में जातिगत आरक्षण और राजनीति में महिला आरक्षण तत्काल लागू लेने का मुद्दा जोर शोर से उठाया गया। जिसमें जाति आधारित गणना और राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए चुनावी रणनीति और कुछ अन्य मुद्दों पर चर्चा की जा रही है। मल्लिकार्जुन खरगे ने बैठक के दौरान कहा, जाति जनगणना का मुद्दा बेहद अहम है लेकिन इस पर सरकार मौन है। उन्होंने कहा कि 2024 में सत्ता में आने के तुरंत बाद महिला आरक्षण लागू किया जाएगा। खरगे ने कहा, आगामी चुनावों में राजनीतिक दलों के नेता ही नहीं, संवैधानिक पदों पर बैठे लोग भी सक्रिय हैं, वे हम लोगों पर सीधे हमले कर रहे हैं, मर्यादाएं टूट रही हैं, ऐसी स्थिति में हम मौन नहीं रह सकते। उन्होंने कहा, तीन बैठकों के बाद विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ आगे बढ़ रहा है, प्रधानमंत्री के भाषणों से इस गठबंधन की शक्ति का असर साफ दिख रहा है।
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तथा पार्टी के कई वर्ष नेता शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में राष्ट्रव्यापी जाति आधारित गणना करने पर पार्टी के जोर देने और भविष्य में पड़ने वाले इसके प्रभावों के अलावा चुनावी राज्यों में चुनाव संबंधी तैयारियों पर बैठक में मुख्य रूप से चर्चा हो रही है ।
पार्टी की ओर से जाति जनगणना का पुरजोर समर्थन किए जाने के बीच, कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य एवं कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने राहुल गांधी के ‘जितनी आबादी, उतना हक’ नारे को लेकर हाल में चिंता जताई थी और तर्क दिया था कि यह बहुसंख्यकवाद को मंजूरी देने के समान है। सिंघवी की टिप्पणी से कांग्रेस के दूरी बनाने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर किये गये अपने इस पोस्ट को हटा दिया लेकिन जाति आधारित गणना के आह्वान के
कार्य समिति की बैठक ऐसे वक्त हो रही है जब कुछ विपक्षी दलों के नेता केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई का सामना कर रहे हैं। इस कड़ी में हालिया कार्रवाई, दिल्ली आबकारी नीति मामले में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह की गिरफ्तारी है। कांग्रेस ने राज्यसभा सदस्य संजय सिंह की गिरफ्तारी की निंदा की है लेकिन पंजाब में अपने नेताओं के खिलाफ की गई इसी तरह की कार्रवाई की आलोचना की है, जहां आम आदमी पार्टी सत्ता में है। पंजाब में मादक पदार्थ से जुड़े मामले में कांग्रेस की किसान इकाई के प्रमुख सुखपाल खैरा की गिरफ्तारी की गई है।
20 अगस्त को कार्य समिति का पुनर्गठन किया
कांग्रेस ने 20 अगस्त को कार्य समिति का पुनर्गठन किया था, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं। कार्य समिति में 39 सदस्य, 32 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 13 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं। इसमें सचिन पायलट और शशि थरूर जैसे नेताओं को पहली बार जगह मिली है।

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