दिल्ली चिड़ियाघर में बन रहा जानवरों का ‘सुरक्षा कवच’

विवादों के घेरे में रही दिल्ली के चिड़ियाघर की बाउंड्री को मजबूत करने की कवायद तेज हो गई है। वन्यजीवों की रक्षा के लिए बाउंड्री के करीब ढाई किमी हिस्से को नए सिर से दोबारा बनाया जा रहा है। 30 साल पहले बनी दीवार के दोनों तरफ ग्रीन वेस्ट, मलबा, कबाड़ और रेल पटरी के किनारे से लेकर बाउंड्री तक बसी अवैध झुग्गी बस्तियों के कारण बाउंड्री की ऊंचाई मुश्किल से 3 से 5 फीट रह गई थी। ऐसे में वन्य जीवों के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया था।
स्ट्रीट डॉग्स के हमले से हुई थी 4 हिरण की मौत
पिछले साल स्ट्रीट डॉग्स के हमले से 4 हिरण की मौत हो गई थी। तब चिड़ियाघर प्रशासन ने बस्ती की तरफ से कुत्तों के आने की आशंका जताई थी। घटना के करीब एक महीने बाद इस साल जनवरी में चिड़ियाघर डायरेक्टर आवास के साथ लगे जंगल से दर्जन भर चंदन के पेड़ों को काटने का मामला आया था। बाउंड्री और सुरक्षा में खामियों को एनबीटी ने प्रमुखता से उठाया था। उसके बाद संबंधित मंत्रालय और सेंट्रल जूलॉजिकल अथॉरिटी (सीजेडए) में मचे हड़कंप के बाद बाउंड्री वॉल दोबारा बनाने की प्लानिंग हुई। इसके तहत करीब 6 करोड़ रुपये की लागत से बन रही इस बाउंड्री वॉल की ऊंचाई 12 फीट है। इसमें 8 फीट ऊंची मोटे पत्थरों की दीवार के ऊपर 4 फीट ऊंचा लोहे का कांटेदार जाल लगाया जा रहा है। नए सिर से बन रही दीवार किला से रेलवे लाइन, सुंदर नर्सरी और सुंदर कॉलोनी तक का एरिया कवर करेगी।
अब कोई नहीं फांद पाएगा चिड़ियाघर की दीवार
चिड़ियाघर की डायरेक्टर आकांक्षा महाजन ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर बाउंड्री की ऊंचाई इतनी रखी गई है कि कोई इधर से उधर दीवार फांदकर न आ-जा सके। पिछले साल और इस साल के शुरू में हुई घटनाओं ने बाउंड्री की कमियों की तरफ इशारा किया गया था। दीवार का काम लगभग पूरा होने वाला है।

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