पणन कार्यालय ने गोंदिया तहसील के चुटिया स्थित श्रीराम अभिनव सहकारी संस्था में धान बेचने वाले कई किसानों के करोड़ों रुपये ढाई महीने से रोक रखे हैं. किसानों ने बार-बार पणन अधिकारी, जिलाधीश, स्थानीय जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई और धान बिक्री की राशि की मांग की. लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी.
आखिरकार विधायक विनोद अग्रवाल ने हस्तक्षेप किया और 26 अगस्त तक राशि दिलाने का वादा किया. लेकिन किसानों के बैंक खाते में राशि जमा नहीं होने पर 28 अगस्त को किसानों ने विधायक विनोद अग्रवाल के जनसंपर्क कार्यालय के सामने धरना दिया और चक्का जाम कर शासन प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और धान भुगतान की मांग की.
जिले में रबी और खरीफ सीजन के दौरान सरकार विपणन विभाग और आदिवासी विकास निगम की ओर से किसानों से सरकारी गारंटी के तहत खरीदारी करती है. उसके लिए सहकारी समितियों को सब-एजेंट के रूप में नियुक्त किया जाता है. लेकिन पिछले चार-पांच वर्षों से गारंटीशुदा मूल्य क्रय केंद्रों में घोटाला किया गया है. जिससे काफी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. पुलिस ने कई संगठनों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
बताया गया है कि प्रबंधन फर्जी खरीदारी दिखाकर सरकार को गुमराह कर रहा है. ऐसी ही एक घटना गोंदिया तहसील के चुटिया में हुई. गोंदिया तालुक के चुटिया में श्री राम अभिनव संस्था ने खरीफ रबी सीजन के दौरान खरीदे गए धान में घोटाले की बात सामने आई. दो माह पहले रबी सीजन में संस्थान के 443 किसानों ने लगभग 25 हजार क्विंटल धान संस्था को बेचा था. लेकिन संस्था ने किसानों का ऑनलाइन पंजीकरण नहीं किया.
साथ ही इसके चलते विपणन विभाग के सामने यह सवाल है कि किसानों को पैसा कैसे लौटाया जाए. तो उस संस्था द्वारा खरीदा गया धान भी संस्था के गोदाम में नहीं है. किसानों को धान बेचे दो माह बीत गये. लेकिन विपणन विभाग ने इस संस्था में बेचे गये धान के भुगतान पर रोक लगा दी. इन किसानों का बकाया 5 करोड़ 76 लाख रुपये अभी तक नहीं मिला है. इसी कारण किसानों को लगातार परेशान किया जा रहा है. कभी-कभी पणन अधिकारी के कार्यालय में धरना भी दिया था. विधायकों, सांसदों और अफसरों के दफ्तरों की ओर दौड़ पड़े. लेकिन वादों से आगे कुछ नहीं हुआ.
आखिरकार तंग आकर आज सोमवार सुबह 10 बजे से 200 किसानों ने विधायक विनोद अग्रवाल के कार्यालय पर हमला बोल दिया. ठोस निर्णय नहीं होने तक वे नहीं हटेंगे का रुख अपनाते हुए किसानों ने जयस्तंभ चौक से गंज रोड मार्ग पर धरना दिया और सड़क जाम कर दी. विधायक विनोद अग्रवाल ने कलेक्टर, विपणन अधिकारी और वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क कर रास्ता निकालने का प्रयास किया. लेकिन जब उन किसानों का धान सरकार को मिला ही नहीं तो वे भुगतान कहां से और कैसे करें? ऐसा सवाल सिस्टम के सामने खड़ा हो गया. नतीजा यह हुआ कि पूरे दिन सड़क पर बैठकर यातायात अवरुद्ध कर दिया गया. समाचार लिखे जाने तक आंदोलन जारी था. इससे इस मार्ग पर यातायात पूरी तरह अवरुद्ध हो गया. पुलिस ने ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया.
Sunday, November 24, 2024
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