वर्धा जिले के सीमा के वर्धा जिले के बोर अभयारण्य के बफर झोन के कोंढाली वन परिक्षेत्र के मेंढे पठार उपवन किसानों तथा गोपालकों का बोर अभयारण्य के बाघ तेंदुए ने जीना हराम (दूभर) कर दिया है. मंगलवार को सुबह 11 बजे के दरमियान मरकसूर के गोपालक तथा किसान नानाजी वरठी के पांच वर्षीय गाय गांव गोहन के साथ चराई के लिये भवानी माता मंदिर के समीपस्थ क्षेत्र में गए थे.
मरकसूर गांव के किसानों और गोपालकों के पशुओं के साथ चराई करते समय बाघ ने झपट्टा मार कर पांच वर्षीय गाय को अपना निशाना बनाया तथा जंगल में घसीटते ले गया. इस घटना के समय अन्य जानवर इधर उधर भागने लगे तब चरवाहों द्वारा शोर मचाया तथा इस क्षेत्र के किसान इकट्ठा होकर बाघ को खदेड़ा.
इस घटना की जानकारी नितिन पाटील ठवले द्वारा वन परिक्षेत्राधिकारी निशिकांत कापगते को दी. घटना की जानकारी वन विभाग देने पर वन परिक्षेत्र अधिकारी निशिकांत कापगते उप वन अधिकारी लांडगे, वन रक्षक रिना पटले, वाघमारे और किशोर कुसळकर घटनास्थल पहुंचकर कोंढाली के पशु चिकित्सक डॉ. स्वप्निल रेवतकर द्वारा घटनास्थल पर पंचनामा तथा मृत पशु का शव विच्छेदन का अहवाल बनाकर किसान को क्षतीपुर्ती मिलने के लिये प्रकरण वरिष्ठ कार्यालय को भेजा गया है.
हाल ही में रविवार को आला गोंदी के किसान तथा गोपालक तुकाराम कालसर्प के गाय को अपना निशाना बनाया था. इस क्षेत्र में विचरण करने वाले वन्य प्राणियों (बाघ/तेंदुए) द्वारा विगत एक सप्ताह में तीन पशुओं को अपना निशाना बनाया गया. इस घटना से किसानों, और गोपालकों, चरवाहों के साथ साथ ग्रामीणों में भय का वातावरण बना हुआ है. नागपुर जिला परिषद के भूतपूर्व उपाध्यक्ष चंद्रशेखर चिखले, सभापती संजय डांगोरे, सामाजिक कार्यकर्ता नितिन ठवले, बंडू राठोड द्वारा वन विभाग तथा शासन से निवेदन किया है की मेंढे पठार, चमेली, डोरली उपवन तथा समीपस्थ गांव के किसानों के पशुधन को बोर व्याघ्र अभयारण्य के वन्य प्राणीयों (बाघ/तेंदुए) द्वारा दिन प्रतिदिन अपना निशाना बनाया जा रहा है. फलस्वरूप किसानों में भय का वातावरण बना हुआ है. अभी खरिफ फसल बुआई का समय है. किसानों तथा पशुओं के सुरक्षा के उपाय कर किसान के पशुधन तथा खेती के नुकसान को यथायोग्य (उचित) मुआवजा दिये जाने की मांग नितिन ठवले द्वारा की गयी है.
Sunday, November 24, 2024
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