देश में एक ओर जहां समलैंगिकता को लेकर बहस छिड़ी हुई है और सुप्रीम कोर्ट में सेम सेक्स कपल्स को मान्यता देने के मुद्दे पर सुनवाई चल रही है, वहीं दूसरी तरफ नागपुर शहर गिट्टीखदान पुलिस थाना अंतर्गत एक समलैंगिक छात्रा ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. हालांकि खुदकुशी करने से पहले उसने एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें लिखा था कि ‘मैं लेस्बियन हूं, यह समाज मुझे स्वीकार नहीं करेगा, इसीलिए मैं आत्महत्या कर रही हूं.’
18 वर्षीय छात्रा गिट्टीखदान थाना क्षेत्र में रहती है. यह छात्रा बीए सेकंड ईयर में पढ़ाई कर रही थी. पिता सरकारी कर्मचारी हैं. मां गृहिणी है और छोटा भाई भी पढ़ाई कर रहा है. छात्रा समलैंगिक थी और इस बारे में अपने माता-पिता को भी जानकारी दी थी. पहले तो पालकों ने उसे फटकार लगाई, लेकिन बात बिगड़ न जाए इसीलिए उसे समझाया गया. पिछले कुछ दिनों से वह तनाव में थी.
रविवार को माता-पिता किसी काम से बाहर गए हुए थे. भाई भी घर पर नहीं था. छात्रा ने अपने घर में ही सीलिंग फैन से रस्सी बांधकर फांसी लगा ली. दोपहर 2 बजे के दौरान जब उसके परिजन घर लौटे तो वह फंदे पर लटकी हुई दिखाई दी. तुरंत उसे नीचे उतारकर मेयो अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टर ने जांच कर बाद उसे मृत घोषित कर दिया.
घटना की जानकारी मिलते ही गिट्टीखदान पुलिस मौके पर पहुंची. जांच के दौरान पुलिस के हाथ सुसाइड नोट लगा. इस सुसाइड नोट में छात्रा ने लेस्बियन होने का जिक्र किया है. समलैंगिक होने के कारण समाज मुझे स्वीकार नहीं करेगा. इसीलिए इस समाज में रहा नहीं जा सकता. विवाह के बाद भी मैं और मेरा पति सुखी नहीं रह पाएंगे. इसीलिए जान देने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है और मैं आत्महत्या कर रही हूं.
पुलिस ने इस सुसाइड नोट की चिट्ठी को जब्त किया है और आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर आगे की जांच कर रही है.
Sunday, November 24, 2024
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