कोरोना के चलते पुरे नागपुर शहर में यातायात पुलिस की कार्रवाई चल रही है।लेकिन लोगो का सहयोग नही होने से यातायात पुलिस को कार्रवाई के दौरान भारी परेशानी हो रही है।अब पुलिस के ही सुरक्षा का सवाल उठ रहा है। गौरतलब है कि बुधवार को दोपहर 12 बजे के दौरान काटोल नाका चौक पर यातायात पुलिस नितिन करडभाजने व शुक्ला नामक शिपाई अपना कर्तव्य निभा रहे थे।नियम के अनुसार ही कार्रवाई कर रहे थे।
उसी समय कार क्र एमएच 31एफ ए 5422 को रोका गया।गाड़ी के कागजात मांगे गए।लेकिन कार मालक पुलिस को सहकार्य करने के बजाए मेरी कार को क्यो रोका तुम पुलिस गुंडे हो गुंडे यह बोलकर धमकाने लगा।पुलिस व कार मालक में कहासुनी हुई।पुलिस को गुंडा क्यो बोला इस पर पुलिस शुक्ला ने भी उसे नियम के अनुसार कार के कागजात मांगे।
फिर भी चालक ने नही बताए गए।फिर पुलिस ने कार को अनपेड ई चालान किया। पता चला कि कार पर और भी चालान बकाया है।बुधवार दिनांक 24 फरवरी 21 को काटोल नाका पर 1200 रुपए का चालान किया। उसके पहले दिनांक 2 फरवरी 21को सीताबर्डी नागपुर पुलिस ने 200 रुपए का चालान फाड़ा। फिर 12 फरवरी 20 को चंद्रपुर में 1400 रुपए का चालान दिया गया।फिरसे अमरावती बडनेरा हाइवे पुलिस ने 20 फरवरी 20 को 200 रुपए का ई चालान ठोका।कुल मिलाकर कार पर 3000 रुपए चालान का बकाया है।
लेकिन कार चालक व मालक आशीष अतकरी ने चालान को सरकारी तिजोरी में जमा नही किया।केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ही कहा था कि ज्यादा चालान होने पर उनका लाइसेंस जब्त होंगा।लेकिन कानून केवल कागजो पर सीमित रहा।चालक आशीष अतकरी पर 4 बार कार पर चालान होने पर भी कोई कार्रवाई नही होने से
सरेआम यातायात नियमों धज्जियां उड़ाते दिखाई दे रही है।अतकरी यातायात पुलिस को ही गुंडा कहकर काटोल नाका से बुधवार को दोपहर 12 बजे के दौरान भाग गया।यह जानकारी मौके पर पुलिस ने दी।इस घटना की जानकारी भी पुलिस ने वरिष्ठों को दी है।अब देखना है कि इस कार चालक पर डीसीपी सारंग आव्हाड क्या कार्रवाई करते इस पर सभी की नजरे लगी है।