सौंसर में स्थित बाजार चौक में इंडियन गैस एजेंसी में सोमवार की सुबह 9 बजे के आसपास इंडियन गैस के कैशियर पर बोतल से हमला के बाद उसके हाथ-पैर बांधकर साडे सात लाख लूटने की सूचना पुलिस को मिली. पुलिस द्वारा तुरंत घटना की जांच की गई तो मामला ही उल्टा निकला जिस कैशियर ने इस अपराध की कहानी पुलिस को बताई थी, उसने ही इस कहानी का गढ़ा था. पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पारिवारिक स्थिति सुधारने के लिए उसे इस लूट की कहानी को गढ़ा था. पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा ने प्रेस वार्ता कर बताया कि सौसर के बाजार चौक में स्थित इंडियन गैस एजेंसी के संचालक डी.वी गुप्ता ने पुलिस को सूचना दी थी कि इंडियन गैस एजेंसी के अरविंद उर्फ अश्विन पिता जयेंद वाल्मीकि सुबह अपने घर से एजेंसी कि और पैसे का बैग लेकर निकले थे. कुछ देर बाद ही एजेंसी के अंदर अज्ञात 2 लोग घुसे कर मारपीट की. दोनों बदमाशों ने उसके हाथ बांध दिए और ₹71000 लेकर फरार हो गए. पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की तो उसने पारिवारिक स्थिति तथा बीमारी की इस लूट की काल्पनिक कहानी को बनाया था ये कबूल लिया. पुलिस ने घर से पैसे की बैग बरामद की है.
आरोपी पर विधि अनुसार कार्रवाई की जाएगी. कैशियर ने जिस बोतल से हमला होने और रस्सी से हाथ-पैर बांधने की बात पुलिस को बताई थी, पर इस पुलिस को शक हुआ एजेंसी के अंदर कागज़ बिखरा था लेकिन ऐसा प्रतीत हो रहा था कि यह कांच के टुकड़े बाहर से लाकर फेंके गए हैं साथी हाथ पर बांधने की कसावट भी सामान्य थी इसी दौरान एक पुलिस ने मौके पर ही खुद के हाथ पैर बांधकर देखा तो वैसी स्थिति मिली जैसी के शेर के साथ थी जब कैशियर का पारिवारिक रिकॉर्ड खंगाला गया तो पाया की पत्नी और बच्ची बीमार और काफी पैसा उपचार में लग चुका था वही इस एजेंसी में लंबे समय से केसर का काम देख रहे थे.
Sunday, November 24, 2024
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