शहर में कोरोना के बढ़ते मरीजों की पृष्ठभूमि में सोमवार को शहर के दोनों प्रमुख सरकारी अस्पतालों मेयो अस्पताल और मेडिकल अस्पताल के डॉक्टर, परिचारिका व कर्मचारियों ने कोरोना के मरीजों की जांच से लेकर तो उन्हें आॅक्सीजन लगाने तक जैसे कार्यों की ‘मॉक ड्रिल’ की. मनपा आयुक्त तथा प्रशासक राधाकृष्णन बी. ने भी संभावित खतरे को टालने के लिए मनपा के अस्पतालों को तैयार करने का निर्देश दिया. मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था को मुस्तैद रखने के निर्देश दिये.
राम जोशी ने स्वास्थ्य विभाग को आॅक्सीजन पाइप लाइन का निरीक्षण करने, साफ-सफाई रखने और कोविड मरीजों को भर्ती करने की तैयारी करने के निर्देश दिये. इंदिरा गांधी अस्पताल में पीएसए प्लांट के साथ 80 आॅक्सीजन बेड और 16 आईसीयू बेड हैं. आइसोलेशन अस्पताल में 30 आॅक्सीजन बेड और पीएसए प्लांट है. पांचपावली महिला अस्पताल में एक तरल आॅक्सीजन यंत्र और 110 आॅक्सीजन बेड हैं.
अपर आयुक्त राम जोशी ने कहा कि कोरोना के खतरे को रोकने और नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त कराने के लिए नागपुर मनपा की व्यवस्था काम करने लगी है. मरीजों को हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं.
10 दिनों में मरीजों की संख्या हुई 381
नागपुर शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले 10 दिनों में कोरोना से प्रभावित मरीजों की संख्या 381 तक पहुंच गई है. फिलहाल कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 332 है. इसमें 316 मरीज घर में ही क्वारंटाइन हैं, जबकि 16 मरीजों को सरकारी सहित विभिन्न निजी अस्पतालों में भरती किया गया है.
कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मनपा प्रशासक राधाकृष्णन बी. के निर्देशानुसार अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी ने सोमवार को मनपा के विभिन्न अस्पतालों का दौरा किया और वहां की स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की.
मनपा के इंदिरा गांधी रुग्णालय गांधीनगर, पांचपावली स्त्री रुग्णालय और आयसोलेशन रुग्णालय का दौरा किया गया. यहां पर प्रतिबंधात्मक उपाय के रूप में आॅक्सीजन और बिस्तरों की व्यवस्था की समीक्षा की गई.
इस मौके पर वैद्यकीय स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरेंद्र बहिरवार, अधीक्षक अभियंता मनोज तालेवार, कार्यकारी अभियंता सुनील उईके, अतिरिक्त वैद्यकीय स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विजय जोशी उपस्थित थे.