सावनेर पुलिस तथा अपराध शाखाने बडे पेचीदा मर्डर मिस्ट्रीका पर्दाफाश करणेमे सफलता प्राप्त कर तीन अपराधीयो को धर दबोचा वही तीन अपराधीयोकी खोज जारी है। जडीबुटी व्यवसायीक जलन के चलते रिश्तेदारने अपने साथीयोके साथ ब्लॅकमेलींग कर धन उगाही के चक्करमे घटीत उक्त घटनाने नागपुर शहर तथा ग्रामीण पोलीसको चक्कर में डाल दीया था। कींतू आखरीकार सावनेर पोलीस ने उक्त घटना का पर्दाफाश करनेमे सफलता पायी। घटना की शुरुवात जडीबुटी व्यवसायी दिलीप चंदन ढेरावन उम्र 45 नीवासी वाही ता.काटोल यह फीलहाल कोराडी परिसरमे रहकर जडीबुटी बसचनेका कार्य करता था। 30 जनवरी 2023 को कीसी ग्राहक को जडीबुटी देने कोराडीसे सावनेर आया लेकीन वह कोराडी वापस ना पहुचने के कारण रिश्तेदारने कोराडी थाने में उसकी गुमशुदगीका मामला दर्ज कराया जीसकी जाँच करते वक्त मु्तक दिलीप के मोबाईल का लोकेशन बस स्थानक सावनेर के करीबी टावर का होनेका पता चलते ही कोराडी पोलीस जाँच हेतू सावनेर पहुचकर जाँच करने लगी। वही मृतक का लास्ट लोकोशन संकेत लाँजमे होनेसे वे संकेत लाँज पहुची। पोलीसीया कार्रवाई की भनक लाँज संचालक रितेश मधुकर इंगोले के लगते ही वो लाँज बंद कर अपने परीवारके साथ भाग निकला।कोरडी पोलीस उसके तलाशमे उसके घर ससराल पहुचकर तलाश करती रही लेकीन वह हाथ न लगा. वही 4 फरवरी 2023 को रितेश इंगोले की सास ने उसका दामाद रितेश लडकी तथा दो बच्चोसमेत गुमशुदा होनेकी रिपोर्ट सावनेर थानेमे दर्ज कराकर थानेदार मारुती मुळक के मार्गदर्शनमे जाँच में जुटी तथा रितेश के मोबाईल का सीडीआर निकालकर आगेकी जाँच शुरु करणेपर इसके तार कोराडी से लापता दिलीप ढेरावन से जुडते नजर आये। साथ ही सावनेर के रितेश इंगोले अपने परिवार के साथ गायब होनेसे थानेदार मारुती मुळुक तथा विशाल आनंद,पोलीस अधिक्षक नागपुर ग्रामीण कोई बडी अनहोनी ना हो इस दिशामे जाँच में तेजी लाते रितेश इंगोले के मोबाईलसे केवल कोठे 25 से हुयी बातचीतके आधारपर उसे धर दबोचा.तथा सावनेर थाने लाकर पोलीसीयाँ अंदाजमे पुछताछ करणेपर उक्त मर्डर मिस्ट्री का खुलासा हुआ। आरोपी केवल सुखदेव कोठे 25 नीवासी काटोल ने बतायाकी उसके साथी अजय पंजाबगीर सोलंकी,नीवासी वाई ता.काटोल ,रितेश मधुकर इंगोले नी.सावनेर.सुरज विजयसिंग बैस (ठाकूर) 27 निवासी काटोल,सचिन अशोक दहाट नीवासी सावली (बु) ता.काटोल,तथा अब्दुल मुजम्मील अब्दुल नकईम खान 27 काटोल ने मीलकर जडीबुटी का व्यवसाय करणेवाले दिलीप ढेरावन को जडीबुटी लेनेके बहाने संकेत लाँज बुलाकर तेरी जडीबुटी बेकार है तेरी शिकायत करते है नहीतो हमे पाच लाख रुपये दे ऐसी मांग करणे लगे। तथा उसे अर्टीका में जबरन बिठाकर लात घुसोसे मारपीट करते हुये मु्तकको गंगालडोह के करीब निर्जन स्थानपर लेजाकर फीर लात घुसे तथा लाठीसे पीटा गया जीससे उसकी घटनास्थलपर ही मौत हो गई।
मृतक के मरने बाद उस के शवको अर्टीका में डालकर केलापुर रिठी शीवार मौजा कचारी सावंगा के पासवाले तालाबके कीनारे गढ्ढा खोदकर दफनाया जानेकी जानकारी दी। उक्त घटनाकी जानकारी सावनेर थानेदार मारुती मुलूक ने विशाल आनंद,पोलीस अधिक्षक नागपुर, संदिप पखाले अपय पुलिस अधिक्षक नागपुर, अजय चांदखेडे, उपविभागीय पोलीस अधिकारी सावनेर, काटोल के तहसीलदार अजय चरडे, नायब तहसीलदार राजेंद्र जवंजाल, काटोल के उपविभागीय अधिकारी नागेश जाधव, कोंढाली के थानेदार पंकज वाघोडे आदीकी उपस्थिती मे हितज्योती फाऊंडेशन के हितेश बंन्सोड तथा सहयोगीयोकी मदतसे दफन किया गया। मृतक दिलीप का शव बाहर नीकालकर उसे शवविच्छेदन हेतू नागपुर रवाना किया। उपरोक्त सभी छे आरोपीके खीलाफ अप.क्र. 86/23 धारा 364 (अ),386,302,201,120 (ब),34 नुसार मामला दर्ज कर मामले मे फरार चल रहे अजय पंजाबगीर सोलंकी, रितेश मधुकर इंगोले, सुरज विजयसिंग बैस (ठाकूर) की तलाश जारी है।सबुत मीटाने हेतू मृतक की मोटरसाइकिल कुयें में फेक जडीबुटी व कपडोका बैग जलायामृतज दिपक अपने हीरो स्पेंल्डर से कोराडी से सावनेर आया था वह वाहन को सावली (बु) के करीबी कुयेमे डाल तथा मृतक की जडीबुटी तथा कपडोकी बँगको आगके हवाले कर सबुत मीटाने के प्रयास कीये गये. अपराधीयो व्दारा बताये गये स्थानसे मृतक की मोटरसायकल तथा बँग जलानेवाले स्थानपर सावनेर पुलिस ने पहुचकर सबुत इकठ्ठा कीये।सावनेर पुलिस की भुमिका तारीफे काबील करिब एक हप्ता पहले गुमशुदगी से शुरुवात हुँये इस मामले के तह तक जाना नागपुर शहरके कोराडी थाना तथा नागपुर ग्रामीण के सावनेर थाना अधिकारी तथा आला अफसरोके लीये एक चुनौती सा साबीत हो रहा था। लेकीन पुलिस कुछ ना करे ऐसा हो नही सकता. ऐसेमे सावनेर थानेदार मारुती मुलूकने नागपुर ग्रामीण अधिक्षक तथा स्थानीय अपराध शाखा के मार्गदर्शनमे आखीरकार इस एक नही दो दो गुमशुदगीसे मर्डर तक के “मिस्ट्री मर्डर” की गुत्थीको अपने अधिनस्त सहाय्यक थानेदार शिवाजी नागवे,सहाय्यक थानेदार व्यंकटेश दोनोडे, सहाय्यक फौजदार पुष्पपाल आकरे,हवालदार अतुल खोडनकर,राजेश हावरे, सुरेन्द्र वासनिक, प्रकाश ठोके, निलेश तायडे आदीके सहायतासे सुलझानेमे सफलता पायी.अंतिम समाचार लीखे जानेतक मामलेमे फरार तीनो आपराधीयोकी खोज जारी है.वही गीरप्तार तीनो अपराधीयोका 14 फरवरी 2023 तक पोलीस रिमांड लेकर पुछताछ जारी है।
Sunday, November 24, 2024
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