आवेदन में कहा गया है कि भंडारा तालुका के माडवी में स्कूल में हमेशा देर से आने वाले प्रधानमंत्री द्वारा हर घर तिरंगे की घोषणा के साथ-साथ अमृत महोत्सव के निर्माण के लिए 14 और 15 अगस्त को माडवी गांव की एक शिक्षिका रेखा दलाल द्वारा अमृत महोत्सव के स्कूलों से अनुपस्थित थे। पिछले कुछ महीनों से इस संबंध में शिक्षा विभाग को लिखित शिकायत करने के बावजूद कोई संज्ञान नहीं लिया गया है।
गुस्सा जाहिर किया गया। इसलिए ग्रामीणों को उनकी ओर से शिक्षिका रेखा दलाल के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया। लेकिन 20 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। स्कूल के समय में हमेशा मोबाइल में व्यस्त रहने वाले दोषी प्राथमिक शिक्षक का तबादला कर दिया गया था लेकिन बदले में माडवी स्कूलों को एक नया शिक्षक नहीं दिया गया। समय-समय पर अभिभावकों और ग्रामीणों की ओर से इस शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग नागरिकों ने एक बयान में आरोप लगाया कि शिक्षा विभाग समूह शिक्षा अधिकारियों को लिखित शिकायत के बावजूद गैर जिम्मेदार शिक्षक का समर्थन कर रहा है। नागरिकों में आक्रोश की भावना है क्योंकि लिखित शिकायत के बावजूद दोषी शिक्षक के खिलाफ वर्षों से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अब अगर शिक्षक को उसके वरिष्ठों द्वारा शिक्षक के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करने के लिए नहीं कहा जाता है, तो 19 अक्टूबर न2022 को कलेक्टर कार्यालय के सामने आमरण अनशन किया जाएगा। स्वाभिमानी शेतकारी संगठन भंडारा ने शिक्षा अधिकारी प्राथमिक को ज्ञापन के माध्यम से ऐसी चेतावनी जारी की थी।प्रभाकर सर्वे तालुका अध्यक्ष, सूरज निम्बर्ते, रामकृष्ण बेदरकर, सहसराम कांबले (सरपंच), राजकुमार मोरे, गंगाधर मारबाटे और विजय मदनकर सूची में मौजूद थे।
Sunday, November 24, 2024
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