नागपुर महानगरपालिका की ओर से नागरिकों की तकलीफ दूर करने के लिए तत्कालीन आयुक्त तुकाराम मुंढे की पहल से शुरू किया गया नागपुर लाइव सिटी नामक एप्प और प्रशासकीय कामकाज की दृष्टि से बनाई गई 18 समितियां बर्खास्त कर आवश्यकता होने पर ही नई समिति बनाने का आदेश महापौर दयाशंकर तिवारी ने गुरुवार को मनपा की ऑनलाइन आमसभा में मनपा आयुक्त को दिया.
पूर्व महापौर संदीप जोशी ने भी हैलो महापौर नामक एप्प लांच किया था. जबकि, तुकाराम मुंढे की पहल से नागपुर लाइव सिटी नामक एप्प लांच किया गया था. इस एप्प के जरिए किसी भी नागरी सुविधा से संबंधित शिकायत घर बैठे दर्ज कराई जा सकती थी. मुंढे का तबादला होने के बाद भी नागपुर लाइव सिटी एप्प को नागरिकों का बेहतर प्रतिसादमिल रहा है. लेकिन इस एप्प में नगरसेवक और पदाधिकारियों का समावेश न होने से एक ही एप्प रखने का आदेश महापौर ने दिया है. एप्प का नाम तय करने का अधिकार सदन को होने की बात भी उन्होंने स्पष्ट की.
मुंढे ने प्रशासकीय कामकाज की दृष्टि से अतिरिक्त आयुक्त व मुख्य अभियंता के नेतृत्व में 18 समितियां बनाई हैं. इनमें पदोन्नति जांच समिति, साहित्य खरीदी समिति, सीमेंट सड़क समिति, अनुकंपा नियुक्ति मामलों के लिए समिति,कानूनी सलाहकार नियुक्ति समिति, आवश्यक कार्यों के लिए पड़ताल समिति, विद्युत विभाग के विकास कार्यों को तकनीकी मंजूरी के लिए समिति, दिव्यांगों की वित्तीय सहायता समिति, निवासी कमरा वितरण समिति, अंग्रेजी स्कूल शुरू करने बाबत समिति, विद्यार्थियों कोटैब देने के लिए समिति, ग्रंथालय व अध्ययन कक्ष समिति, सफाई कर्मचारी विकास समिति, बोगस डॉक्टरों पर नकेल कसने के लिए समिति का समावेश था. इनमें से अधिकांश समितियां महापौर के आदेश से बर्खास्त हो जाएंगी.
तत्कालीन आयुक्त मुंढे ने कई विभागों की 18 समितियां बनाई थीं. विधायक प्रवीण दटके, स्थायी समिति अध्यक्ष विजय झलके, धर्मपाल मेश्राम ने इस पर आपत्ति जताई. आयुक्त ने कहा कि कानून में कही नहीं है कि समिति न बनाई जाए. दटके ने कहा कि वे प्रशासकीय काम में हस्तक्षेप करना नहीं चाहते लेकिन स्थायी समिति व सदन के अधिकार पर अतिक्रमण न हो.
मायकल