तहसील के सालेशहरी पुनर्वास परिसर में निर्मित कुआ जमीन में में धंस गया. किस्मत से उक्त घटना रात को घटित होने से कोई हानि नहीं हुई. वरना कोई बड़ा हादसा घट सकता था. गोसीखुर्द परियोजना के तहत डुब क्षेत्र में आने वाले तहसील के ग्रामो का पुनर्वास अन्यत्र कीया गया है. इसी श्रेणी में ग्राम सालेशहरी का पुनर्वास कारगांव परिसर में वर्ष 2004 में करवाया गया. उक्त स्थान के नागरिको के लिए नागरी सुविधा की जिम्मेदारी विदर्भ पाटबंधारे विभाग को सौपी गई थी. जिनमे अन्य नागरी सुविधाओं के साथ यह कुए का निर्माण शामिल था. करीब दो सौ घरो कि आबादी वाले इस परिसर के लिए 20 फिट की चौड़ाई से गहरे कुए का निर्माण होकर, परिसर निवासी इसी कुए के पानी का इस्तमाल किया करते थे. लेकिन कल सोमवार की रात कुए के आसपास की जमीन ढल जाने से कुआ जमीन में धस गया. जिससे रूपसींह मलोडे तथा भगवान कुशवाहा के निजी मोटर पम्प भी कुए में समा गए. पुनर्वास के लिए सभी नागरी सुविधाओं की जिम्मेदारी वीआईडीसी को दी गई थी. लेकिन घटिया काम के चलते कई मर्तबा नागरिकोंने आंदोलन भी किया है. फलता, परिसर में किए नागरी सुविधाओं में स्कुल इमारत, ग्रामंचायत भवन, समाज भवन, नालिया आदी कामो के गुणवत्ता की जाँच कर संबधित दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग, पंस पूर्व उपसभापती कृष्णा घोडेस्वार ने की है.
Sunday, November 24, 2024
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