भाजपा कांग्रेस तय : शिवसेना से कौन

रामटेक विधानसभा को अभी 24 माह से अधिक का समय हैं,परंतु कांग्रेस एवं भाजपा की ओर से दमदार मोर्चाबंदी शुरू कर दी गई हैं, जबकि शिवसेना की ओर से दावेदार कौन होगा, इस पर अभी भी प्रश्नचिंन्ह कायम हैं. रामटेक विधानसभा जो की किसी समय में कांग्रेस का गढ मानी जाती थी, इस गढ में पहली बार 1999 में शिवसेना के एड. आशिष नंदकिशोर जायसवाल 42350 मत लेकर सेंध लगाते हुए भाजपा-शिवसेना युती के रूप में इस सीट पर भगवा फहराया था। इसके बाद 2004 में 41150 तथा 2009 49937 मतों के साथ जयसवाल के द्वारा अपना कब्जा कायम रखा था। 2014 में भाजपा शिवसेना युती टूटने के कारण पहली बार इस रामटेक के गढ में भगवा विरूद्व भगवा की लडाई में भाजपा के डी. मल्लीकार्जुन रेड्डी ने 59453 मत लेकर जायसवाल को विधानसभा पहुंचने से रोकने में कामयाब हो गए। भाजपा विधायक डी. मल्लीकार्जुन रेड्डी के द्वारा किए गए विकास कार्यों पर जब सहमति की मोहर लगाने की बारी आई, अर्थात 2019 के चुनाव में मतदाताओं के द्वारा एक बार फिर से पूर्व विधायक एड आशिष जायसवाल पर दांव लगाया गया, जिसमें जायसवाल के द्वारा भाजपा के तत्कालिन विधायक डी. मल्लीकार्जुन रेड्डी को 24 हजार 413 मतों के भारी अंतर से हराकर विधानसभा में प्रवेश किया गया। इन सभी चुनावों में कांग्रेस का मत प्रतिशत सतत कम होता चला गया, तथा 2019 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार उदयसिंह यादव को कांग्र्रेस के नाम पर मात्र 35 हजार मतों में ही संतोष करना पडा था। विधानसभा चुनाव2024 को अभी समय हैं, परंतु कांग्रेस की ओर से पूर्व उर्जामंत्री राजेंद्र मुलक के द्वारा जिस तरह से बुथ स्तर पर काम किया जा रहा हैं, तथा मतदाताओं से घर-घर संर्पक अभियान सतत शुरू किया गया हैं, जिसमें मुलक के द्वारा रामटेक विधानसभा के सभी प्रमुख गांवों में जनसेवा के माध्यम से जुडे हुए हैं। जो की उनकी कांग्रेस पक्ष से दावेदारी को मजबूत करता हैं, जबकि वर्तमान में दूसरा चेहरा कांग्रेस में विधानसभा के लिए दिखाई नहीं दे रहा हैं, परंतु आने वाले समय में कांग्रेस पार्सल के रूप में किसी को लाकर खडा कर दे, तो कोई चमत्कार नहीं होगा। जबकि भाजपा की ओेर से डी. मल्लीकार्जुन रेड्डी एक चेहरा हैं, परंतु इस पर भी शिंदेसेना की भूमिका रामटेक विधानसभा में खासा असर डालने को तैयार हैं, जिसमें शिंदेसेना-भाजपा का संयुक्त उम्मीदवार कौन होगा, वर्तमान या पूर्व विधायक सहित रामभाउ दिवटे यह समय के गर्भ में हैं। इस सबमें शिवसेना की ओर से फिलहाल कोई बडा चेहरा रामटेक विधानसभा में दिखाई नहीं दे रहा हैं, जिसके कारण कांग्रेस एवं भाजपा के तय उम्मीदवारों के बाद शिवसेना से कौन, इस पर 2024 के अक्टुबर माह तक इंतजार करना ही पडेंगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *