भारी बारिश के कारण तहसील के किसानों का भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में राज्य सरकार द्वारा जारी की गई अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों की सूची में से दिग्रस तहसील को हटाने की हरकत से तहसील के किसानों में रोष व्याप्त है। जिस वजह से नाराज किसानों ने 5 सितंबर को सुबह नौ बजे दिग्रस दारव्हा महामार्ग पर स्थित साखरा गांव में ढाई घंटे तक रास्ता जाम कर विरोध प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान किसानों ने उन्हें प्रति हेक्टयर 50 हजार रुपये का मुआवजा दिये जाने की मांग सरकार से की है। इस संदर्भ में किसानों ने बीते 1 सितंबर को तहसीलदार दिग्रस के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा था, जिसमें 5 सितंबर से पहले उनकी मांग नहीं मानी जाने पर रास्ता रोको आंदोलन की चेतावनी दी गई थी। ऐसे में उक्त मांग को सरकार की ओर से कोई प्रतिसाद नही मिलने के कारण साखरा में सोमवार 5 सितंबर को विरोध प्रदर्शन कर सड़क को ढाई घंटे तक जाम किया। इस कारण इस दौरान उक्त मार्ग पर दारव्हा, यवतमाल, नागपुर, अमरावती जाने वाले वाहनों की लंबी कतार लगी रही।
इस रास्ता रोको आंदोलन के दौरान उत्साही युवको ने वंदे मातरम, भारत माता की जय, जय जवान-जय किसान के नारे भी लगाए। इस मौके पर वसंत फाउंडेशन के अध्यक्ष विशाल चव्हाण, सचिव पवन अडे, गोपाल जाधव, जय चव्हाण, किरण राठौड़, नीतू नाइक, रूपेश जाधव, संघर्ष राठौड़, विराज अडे, सचिन आडे, हितेंद्र राठौड़, रोशन, सुनील अडे, अमित राठौड़, प्रीतम चव्हाण कुणाल, रोहिदास राठौड़, गजानन राठौड़, दीपक चव्हाण, अनिल जाधव, गोकुल, राम, प्रवीण समेत बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे।
Sunday, November 24, 2024
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