शहर का खिंडसी जलाशय ओवरफ्लो होने की कगार पर पहुंच गया है. अभी तक जलाशय में 93 प्रतिशत जल संग्रहण हो चुका है. तहसील में एक जून से 7 अगस्त तक कुल 954 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो कुल औसत का 85 प्रतिशत है. इसमें रामटेक मंडल की 1100 मिमी, नगरधन 842 मिमी, मुसेवाड़ी 937 मिमी तथा देवलापार मंडल की 1048 मिमी बारिश शामिल है. अभी बारिश के मौसम का लगभग डेढ़ माह का समय शेष है. तहसील में नदी-नाले उफान पर हैं. नागपुर जिले का सबसे बड़ा तोतलाडोह डैम लबालब हो चुका है. इसके दो गेट से पानी की निकासी जारी है. पारशिवनी तहसील का नवेगांव खैरी स्थित पेंच जलाशय भी ओवरफ्लो हो गया है.
लगातार बारिश के चलते लबालब नजर आता खिंडसी जलाशय।खिंडसी जलाशय में सुर और कपिला नदी से पानी की आवक होती है. 1994, 2011 और 2013 में यह ओवरफ्लो हुआ था. अब 9 साल के लंबे अंतराल के बाद लबालब हुआ है. खिंडसी जलाशय का ओवरफ्लो प्राकृतिक है. शत-प्रतिशत भरने पर जलाशय की पूर्व दिशा से पंचाला गांव के पास से पानी की निकासी शुरू हो जाती है.ब्रिटिशकाल में 1913 में खिंडसी जलाशय का निर्माण हुआ था. मिट्टी से बना यह जलाशय लगभग 110 साल का हो गया है. पेंच सिचाई विभाग के उपविभागीय अभियंता राजू भोमले और शाखा अभियंता मयूर भाटीने के अनुसार खिंडसी जलाशय कभी भी ओवरफ्लो हो सकता है.
खिंडसी जलाशय की कुल जलसंचय क्षमता 103 दलघमी है.मोटे तौर पर देखा जाए तो तोतलाडोह डैम नवेगांव खैरी डैम से 7 गुना गुना बड़ा है.और खिंडसी जलाशय से 10 गुना बडा हैं.
Sunday, November 24, 2024
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