30 जुलाई से 02 अगस्त तक गोंदिया और भंडारा जिले के कन्हलमोह और गोंदिया जिले के गोरेगांव में एक महिला को अमानवीय रूप से प्रताड़ित किया गया। पीड़िता फिलहाल नागपुर में मौत से जूझ रही है। मानवता पर कालिख पोतने वाली घटना दिल्ली के “निर्भया” मामले से भी ज्यादा गंभीर है। इस घटना की पीड़िता को त्वरित न्याय दिलाने के लिए आरोपियों के मुकदमे को फास्ट-ट्रैक किया जाना चाहिए, और इस घटना के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा यानी मौत की सजा दी जानी चाहिए। साथ ही महिला को वित्तपोषण और पुनर्वास के लिए ‘मनोधैर्य योजना’ का लाभ मिलना चाहिए। महिला सुरक्षा के मुद्दे को और गंभीरता से लेने के लिए दोनों जिलों में “दामिनी” दस्तों के गठन जैसी उसकी पहलों को सक्षम रूप से लागू करते हुए महिला पुलिस की गश्त बढ़ाई जानी चाहिए। ताकि कोई भी ऐसी हरकत करने की हिम्मत न करे। राज्य में शिंदे फडणवीस की सरकार बनते ही बड़े पैमाने पर अपराध में तेजी आई है। ऐसी मजबूत राय भंडारा जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन पंचभाई और महिला कांग्रेस अध्यक्ष जयश्री बोरकर ने पत्रकार वार्ता में व्यक्त की। साथ ही यह भी बताया गया कि जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने इस संबंध में महिला कांग्रेस की ओर से ज्ञापन देकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। इस समय भंडारा जिल्हा काँग्रेसके अध्यक्ष श्री मोहन पंचभाई, भंडारा जिल्हा महिला अध्यक्ष सौ जयश्री बोरकर, सभापती स्वाती वाघाये, डॉ मनीषा निम्बार्ते, प्रणाली सार्वे, धनंजय तिरपुडे, पवन वंजारी, पुष्पा साठवणे, पूजा हजारे, मंजुषा चव्हाण, सारिका स्वाती हेडाउ, कुंदा आगासे, विद्या कुंभरे, संध्या धांडे, स्नेहा भोवते, रीना हटवार, योगेश गायधने अनेको कार्यकर्ते उपस्थित थे।
Sunday, November 24, 2024
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