विषम व्यवस्था से एकजुट होकर लड़ने की जरूरत

देश धार्मिक उन्माद और फासीवाद जैसी भयावह स्थिति से गुजर रहा है। ऐसी भयावह स्थिति में हम चुप नहीं रह पाएंगे। इसके लिए अंबेडकर के विचारों पर ईमानदारी और विश्वास के साथ काम करें। समता सैनिक दल के केंद्रीय संयोजक मार्शल सुनील सारिपुत्ता ने कहा कि देश के सभी सामाजिक-धार्मिक और राजनीतिक दलों, समूहों, संस्थानों, समितियों और संगठनों को एकजुट होकर इस विषम व्यवस्था के खिलाफ लड़ने की जरूरत है। वे चेतना शिक्षण महाविद्यालय सावंगी (मेघे) रोड वर्धा में समता सैनिक दल वर्धा जिला इकाई द्वारा आयोजित विचार सम्मेलन-2022 के समापन समारोह में अध्यक्ष पद की ओर से बोल रहे थे। इस थिंक टैंक के उद्घाटन वक्ता के रूप में डॉ मिलिंद सवाई, प्राचार्य, बाबासाहेब अम्बेडकर कॉलेज ऑफ सोशल वर्क उपस्थित थे। मुख्य अतिथि समता सैनिक दल के राष्ट्रीय बौद्धिक प्रमुख मार्शल प्रकाश दार्शनिक अम्बेडकरवादी विचारक मार्शल एन.वी. ढोके, मार्शल किशोर  चहांदे, केंद्रीय कार्यकारी सदस्य समता सैनिक दल, प्रो. डॉ. विनोद राउत सर, एसोसिएट प्रोफेसर कमला नेहरू कॉलेज नागपुर, प्रो. प्रमोद नारायणे यशवंत कॉलेज वर्धा, प्रो सुनील तोतडे, कुम्भलकर कॉलेज ऑफ सोशल वर्क, वर्धा उपस्थित थे। तत्पश्चात प्रथम सत्र में “द्वितीय विश्व युद्ध और डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर की पुस्तक की मौलिकता” विषय पर मार्शल प्रकाश दार्शनिक और डॉ. विनोद राउत ने दिया। विस्तृत मार्गदर्शन इस सत्र की भूमिका समता सैनिक दल वर्धा के जिला संयोजक अभय कुंभारे ने प्रस्तुत की। दूसरे सत्र में “पाली संस्कृत भाषा की जननी है” विषय पर किताब से संस्कृत के श्रेष्ठता की पोल खोल विषय पर एन. व्ही. ढोके ने मार्गदर्शन किया।

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