नागपुर जिले कि पारशिवनी तहसील अंतर्गत आने वाली कन्हान नगर परिषद में मुंबई हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ के आदेश के बाद पूर्व नगर परिषद उपाध्यक्ष योगेश उर्फ़ बाबु रंगारी का उपाध्यक्ष पद पुनः बहाल कर दिया गया है, जिसके बाद कन्हान का राजनीतिक माहौल फिर से गर्म हो गया है। ज्ञात हो कि 2020 में कांग्रेस, शिवसेना एवं प्रहार के द्वारा कन्हान नगर परिषद में सत्ता स्थापित की गई थी, जिसमें योगेश उर्फ़ बाबु रंगारी को कन्हान नगर परिषद का उपाध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद कांग्रेस के दो नगरसेवकों के द्वारा भाजपा के साथ मिलकर 12 फ़रवरी 2021 की विशेष सभा में अविश्वास प्रस्ताव पारित कर योगेश उर्फ़ बाबु रंगारी को हटाकर शिवसेना के डायनल शेंडे को उपाध्यक्ष चुना गया। प्रकरण को लेकर योगेश उर्फ़ बाबु रंगारी ने मुंबई हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ में न्याय की गुहार लगाई। जिसमें न्यायालय ने विशेष सभा में पीठासीन अधिकारी एवं नगराध्यक्ष करूणा आष्टनकर के द्वारा मतदान करना, पुरी विशेष सभा 14 मिनट में समाप्त करना, नगरसेवकों की खरीद फरोख्त जैसे कई मुद्दों पर विचार करने के बाद 20 जून 2022 को न्यायालय ने 12 फ़रवरी 2021 को आयोजित विशेष सभा की पुरी प्रक्रिया को अवैध मानते हुए योगेश उर्फ़ बाबु रंगारी को पद पर पुनः बहाल कर दिया गया है। योगेश के पुनः पद पर बहाल होने को लेकर कांग्रेसियों के द्वारा भव्य जुलूस निकाला गया। जुलूस राष्ट्रीय महामार्ग क्रमांक 44 से होकर कन्हान नगर परिषद पहुंचा। इस वीच बाबासाहेब आंबेडकर एवं स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस जुलूस में कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष नरेश बर्वे, कांद्री उपसरपंच बबलु बर्वे, धनंजय सिंह, रीता बर्वे, मनीष भिवगडे, गुफा तिडके, रेखा टोहने, पप्पू जमा, शिवाजी सिंह, आनंद नायडू, शदरे आलम, अभय रेड्डी, रामचंद्र कुशवाहा, आकिब सिद्दीकी, अजय कापसिकर,राजा यादव, सतीश भसारकर, विनय यादव,शरद वाटकर, शक्ति सिंह सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक एवं कांग्रेस के कार्यकर्ताओ का इस जुलूस में सहभाग रहा।
Sunday, November 24, 2024
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