पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले ने धान उपार्जन केंद्र में अफरा-तफरी और किसानों की समस्याओं को देखते हुए आज सात जून को सौंदड स्थित सहकारी धान मिल केंद्र का दौरा कर निरीक्षण किया। इस दौरान पता चला कि 4 जून से केंद्र शुरू हो गया है। इस दौरान देखा गया कि किसी भी किसान को रसीद नहीं दी गई। केंद्र सरकार द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार जहां 40.6 किलो धान की गिनती की जा रही थी वहीं 41.5 किलो धान की गिनती की जा रही थी। इस बारे में पूछे जाने पर कर्मचारी ने संगठन के अध्यक्ष के आदेश से सहमति जताई। यह भी देखा गया कि किसानों के अभद्र व्यवहार और समय पर ऑनलाइन नहीं होने के कारण धान खुले में पड़ा था। जबकि ढुलाई की दर रु. साथ ही पूर्व मंत्री बडोले के पास शिकायत दर्ज कराई गई थी कि व्यापारी किसानों को परेशान कर धान को प्राथमिकता दे रहे हैं। इस पर बडोले ने कहा कि जिले में केंद्रों पर जारी अफरा-तफरी को रोककर किसानों की लूट नहीं होगी। इसके लिए विपणन अधिकारी ध्यान दें, अन्यथा वह सड़कों पर उतरेंगे और किसानों के साथ आंदोलन करेंगे, उन्होंने चेतावनी दी। पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले के साथ पीएनएस स्पीकर संगीता खोबरागड़े, डिप्टी स्पीकर शालिन्दर कपगटे, जेडपी सदस्य भुमेश्वर पाटले, कविता रंगारी, निशा टोडासे, पीएनएस सदस्य चेतन वडगे, पूर्व स्पीकर अशोक लांजे, गिरधारी हट्टीमारे, राजेश कथाने, लक्ष्मीकांत धांगये, पूर्व जिला पंचायत मौजूद थे. उपराष्ट्रपति छाया चव्हाण, शिशिर येडे, हर्ष मोदी, किशोर डोंगरवार, प्रशांत जिंगारे, सुशील लाडे, संदीप रामटेके, पृथ्वीराज भेंदरकर और अन्य किसान मौजूद थे।