नागपुर समेत राज्य भर में जल्द से जल्द विद्यार्थियों को हॉस्टल उपलब्ध कराने सरकारी नौकरी के लिए संघर्ष करने वाले युवाओं के निर्देश दिए। साथ ही संचालक द्वारा इस संबंध की लंबी फेहरिस्त है। हर साल एमपीएससी और में सरकार को प्रस्ताव क्यों नहीं भेजा गया इस पर यूपीएससी परीक्षा के लिए विद्यार्थी दिन रात पसीना भी सवाल किया। सामंत ने कहा कि यदि सरकार बहाते हैं, लेकिन राज्य उच्च व तकनीकी शिक्षा को प्रस्ताव मिला होता, तो अब तक विद्यार्थियों को मंत्री उदय सामंत ने नागपुर में एक ऐसा हैरान करने सुविधाएं मुहैया करा दी गई होती। इसके बाद जब वाला बयान दे दिया है, जो इन युवाओं को रास संचालक ने संस्था में रिक्त पदों की समस्या बताई, नहीं आएगा। सामंत ने कहा कि अब स्थायी सरकारी तो सामंत ने कहा कि अब स्थायी सरकारी नौकरी के नौकरी के दिन चले गए हैं। ऐसे में सरकारी संस्था के दिन जा चुके हैं। संस्था में आउटसोर्सिंग से पदभर्ती प्रमुखों को आउटसोर्सिंग से रिक्त पद भर कर काम करके काम चलाया जाए। गौरतलब है कि इस दौरे के चलाना चाहिए। सामंत ने मंगलवार को शहर के प्री- पूर्व सामंत ने मंगलवार को बाटू उपकेंद्र के उद्घाटन, आईएएस कोचिंग सेंटर का दौरा करके यहां उपलब्ध शासकीय तंत्र निकेतन के दीक्षांत समारोह में शामिल सुविधाओं का जायजा लिया। इसी दौरान सामंत ने होने के बाद नागपुर विश्वविद्यालय, गोंडवाना यह बात कही। दरअसल संस्थान में विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय और कवि कुलगुरु कालिदास संस्कृत प्रवेश मिला, लेकिन हॉस्टल में अब तक प्रवेश नहीं विश्वविद्यालय के कामकाज को समीक्षा की। इसके मिला है। ऐसे में सामंत ने पीडब्ल्यूडी विभाग को बाद ये कोचिंग सेंटर पहुंचे थे।