नागपुर।(नामेस)। नागपुर सहित विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर ‘ऑपरेशन सरप्राइज’ चलाया जा रहा है. ट्रेन से आसानी से विस्फोटक और अवैध पदार्थों की तस्करी की जा रही है. नागपुर और पुणे रेलवे स्टेशनों पर पाए गए डेटोनेटर, जिलेटिन और पटाखों की पृष्ठभूमि के खिलाफ यह ऑपरेशन शुरू किया गया है. ट्रेन से बड़ी मात्रा में सोने और चांदी के आभूषणों की तस्करी की गई है. तेलंगाना, ओडिशा, झारखंड से रेलवे से गांजा तस्कर पहली प्राथमिकता हैं. नागपुर, चंद्रपुर और बल्लारपुर सहित विभिन्न शहरों में विदेशों से तस्कर हमेशा बड़ी मात्रा में बैग में गांजा लाते हैं. यहां से गांजा को फिर विभिन्न प्रांतों और शहरों में पहुंचाया जाता है. नागपुर में समय-समय पर भारी मात्रा में गांजा जब्त किया जाता है. बावजूद इसके गांजे की तस्करी थम नहीं रही है. जीआरपी, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस की भागीदारी हाल ही में एक बहुत महंगी और अत्यधिक नशे की लत वाली दवा मेफेड्रोन (एमडी) की भी ट्रेन से तस्करी की जा रही थी. 9 मई को, डेटोनेटर, जिलेटिन और गोला-बारूद क्रमशः नागपुर और 13 मई को पुणे रेलवे स्टेशन क्षेत्र में पाए गए. इसलिए यह बात सामने आई है कि रेलवे द्वारा विस्फोटकों की भी तस्करी की जा रही है. इसलिए सुरक्षा एजेंसियों ने इसे बहुत गंभीरता से लिया. इस पृष्ठभूमि के खिलाफ, जीआरपी (रेलवे पुलिस), आरपीएफ (रेलवेसुरक्षा बल) के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस की मदद से विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर संयुक्त रूप से ‘ऑपरेशन सरप्राइज’ आयोजित करने का फैसला किया.
इससे क्या लाभ होगा?
ज्यादातर ट्रेनें स्टेशन पर पहुंचने पर जीआरपी, आरपीएफ एक-दो घंटे में अचानक रेलवे स्टेशन पर चेकिंग शुरू कर देंगे. विस्फोटक या अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं के साथ-साथ नशीले पदार्थों के तस्करों को भी पकड़ा जाएगा क्योंकि उसी समय मौके की जांच की जाएगी. इससे हत्या का खतरा टल जाएगा. असामाजिक तत्वों की मंशा को विफल किया जाएगा और रेलवे के माध्यमसे तस्करी पर अंकुश लगाया जाएगा.
कई जगहों पर हुई रिहर्सल
‘ऑपरेशन सरप्राइज’ से बड़ी मात्रा में नकदी या सोना जीआरपी के हाथ लग सकता है. इस बीच नागपुर में दो दिन से ‘ऑपरेशन सरप्राइज’ शुरू हो गया है. एहतियात के तौर पर नागपुर, गोंदिया, वर्धा, सेवाग्राम और अकोला रेलवे स्टेशनों पर रिहर्सल (मॉक ड्रिल) की गई. इस संबंध में जीआरपी के अध्यक्ष एम. राजकुमार ने जानकारी दी.