संपन्न सांस्कृतिक विरासत का शोकेस

शिमला. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला 11 से 13 मई तक अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर हैं. इस दौरान गुरुवार उन्होंने राज्य विधान सभा के कला संग्रहालय का उद्घाटन किया. जिसके बाद उन्होंने ट्वीट करके कहा, ‘संग्रहालय विधानसभा की उत्पत्ति, विकास और कामकाज के साथ-साथ राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है. संग्रहालय का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने लोगों को संबोधित भी किया. लोकसभा अध्यक्ष ने अपने संबोधन के दौरान कहा, इस तरह के सम्मेलन व्यापक-चर्चा संवाद को प्रोत्साहित कर विधायी परम्पराओं को उन्नत बनाते हैं. यही कारण है कि विगत दिनों गुवाहाटी में हुई सीपीए के अद्धवार्षिक सम्मेलन की चर्चा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुई. ओम बिरला ने आगे कहा, आजादी के बाद हमारे मनीषियों ने जिस संविधान की रचना की वह आज सम्पूर्ण विश्व के लिए प्रेरणा है. बाबा साहेब डा. भीम राव अम्बेडकर जी चाहते थे कि देश में राजनीतिक लोकतंत्र के साथ सामाजिक लोकतंत्र भी हो. उनकी भावनाओं के अनुरूप हमें जनता के प्रति प्रतिबद्धता के साथ कार्य करना है. वहीं देश के विकास पर बात करते हुए उन्होंने कहा, बीते 75 वर्षों में देश में विकास हुआ है. उत्तर-पूर्व के राज्यों में भी अब विकास की बयार बह रही है. केंद्र और राज्य सरकारों के प्रयासों से नॉथ इस्‍ट अब देश की विकास की मुख्य धारा का प्रमुख हिस्सा बन चुका है. जैविक कृषि, हस्तशिल्प व पर्यटन के क्षेत्र में यहां विपुल संभावनाएं हैं. बता दें इस कार्यक्रम में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, अरुणाचल प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष पासंग दोरजी सोना, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू आदि भी शामिल हुए. आंध्र प्रदेश विधान सभा राष्ट्रमंडल संसदीय संघ का सदस्य है. राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की आंध्र प्रदेश शाखा का गठन वर्ष 1968 में किया गया था. उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी किया था दौरा वहीं इससे पहले पिछले साल भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया था. उपराष्ट्रपति के इस दौरे पर भारत और चीन के बीच जुबानी जंग छिड़ गई थी. चीन ने दौरे पर आपत्ति जताई थी. वहीं चीन की आपत्ति को भारत ने सिरे से खारिज करते हुए दो जवाब दिया था कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अटूट और अभिन्न हिस्सा है.

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