-कहा, हथियार की तरह हो रहा जांच एजेंसियों का इस्तेमाल
-नागपुर आए संजय राऊत ने भाजपा पर कसा तंज
-भाजपा नेताओं की संपत्ति पर भी उठाए सवाल
नागपुर।(नामेस)। ईडी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साले श्रीधर पाटणकर पर कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्ति जब्त की है. इस कार्रवाई को ठाकरे परिवार पर बडा झटका माना जा रहा है. इसे लेकर संजय राऊत ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग उन्हें मिले संस्कारों के अनुसार काम करते हैं. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि भाजपा आघाडी सरकार गिरा कर तो दिखाए. वे बुधवार को नागपुर में मीडिया से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हम किसी के दबाव में नहीं है. जांच एजेंसियों के माध्यम से बदले की राजनीति की जा रही है. भाजपा केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल एक हथियार की तरह कर रही है. जांच एजेंसियां विशेषत: बंगाल और महाराष्ट्र में अधिक सक्रिय हैं. उन्हें जो करना है, करने दिया जाए. उन्होंने सवाल किया कि क्या भाजपा में हिमालय से साधु-संत आकर बैठे हैं?. भाजपा के नेता नागपुर के उड़ान पुल के नीचे कटोरा लेकर भीख मांगने बैठे है क्या?. जैसे उनके संस्कार हैं, वे वैसे ही बोलते है. उन्होंने महाराष्ट्र में जैसी स्थिति निर्माण की है, उस पर उन्हें शर्म आनी चाहिए. राऊत ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों को जो कार्रवाई करना है करें, हम सही समय पर इसका उत्तर देंगे. जिस तरह प्रवीण दरेकर के खिलाफ सबूत दिए है, वैसे ही अन्य नेताओं के खिलाफ भी देंगे. किरीट सोमैया की तरह मैं नहीं कह सकता कि कौन नेता जेल जाएगा. वह अवसर आने पर ही दिखाई देगा.
श्रीधर पाटणकर पर हुई ईडी की कार्रवाई को लेकर राजनीतिक क्षेत्र में खलबली मची हुई है. इस पृष्ठभूमि में शिवसेना में भी हलचल दिखाई दे रही है. राऊत ने कहा कि कार्रवाई को लेकर उन्हें सीएम ठाकरे से फोन पर चर्चा की है. क्या बातचीत हुई, इसकी जानकारी देने से राऊत ने इनकार कर दिया. राऊत ने कहा कि महाविकास आघाडी के नेताओं की संपत्ति को लेकर अनेक सवाल उठाए जाते हैं. मगर भाजपा नेता क्या भीख मांगते है? यह सब अधिक दिनों तक नहीं टिकेगा. धीरे-धीरे सत्य सामने आएगा ही. हम केंद्रीय जांच एजेंसियों की तरह किसी की भी कॉलर पकड़कर जेल में नहीं डालते है. महाविकास आघाडी की ओर से भी कार्रवाई शुरू हो चुकी है. लेकिन ये कार्रवाई सही समय पर सही तरीके से की जाएगी.
आपसी मतभेद हुए दूर
राऊत ने कहा कि ईडी द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में महाविकास आघाडी और भी मजबूत हुई है. पहले थोड़ी-बहुत गलतफहमी पैदा हुई थी, लेकिन ईडी की कार्रवाई के बाद तीनों पक्ष एकजुट हुए हैं.
सबूत देने पर भी नहीं होती कार्रवाई
शिवसेना नेता संजय राऊत ने भाजपा नेताओं की संपत्ति पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि तुम हजारों-करोड़ रुपए खर्च कर चुनाव लड़ते हो. इसके लिए धन कहां से आता है? भाजपा द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों को दिये जाने वाले कागज के टुकड़ों को सबूत मान लिया जाता है. पर हम सही दस्तावेज देते है, तो भी उसपर कोई कार्रवाई नहीं होती.