मॉस्को/कीव। (एजेंसी)। यूक्रेन और रूस के बीच 24 फरवरी को शुरू हुई जंग को 13 दिन बीत चुके हैं। आज इस युद्ध के 14वें दिन रूसी सेना के कब्जे की वजह से चेर्नोबिल न्यूक्लियर प्लांट का यूक्रेन के पॉवर ग्रिड से संपर्क टूट गया है। यूक्रेन का कहना है कि रिजर्व डीजल जेनरेटर्स केवल 48 घंटे तक ही प्लांट को बिजली सप्लाई दे सकती है। इसके बाद प्लांट के कूलिंग सिस्टम के लिए बिजली नहीं मिलेगी और रेडिएशन होने लगेगा। वहीं, प्लांट के आॅपरेटर ने कहा है कि रिपेयरिंग न होने से पूरे देश में रेडिएशन लीक होने का खतरा पैदा हो गया है। प्लांट रिपेयर करने के लिए यूक्रेन ने सीजफायर की मांग की है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र (यूएन) कहा- जंग में अब तक 474 लोगों की मौत हो गई है और 861 लोग घायल हैं। यूएन ने यूक्रेन को 50 करोड़ डॉलर की मानवीय सहायता देने की घोषणा की है।
नाटो की सदस्यता नहीं लेगा यूक्रेन
रूस ने कहा- यूक्रेन के साथ बातचीत में ‘कुछ प्रगति’ हो रही है, लेकिन रूस यूक्रेन सरकार को ‘हटाने’ की कोशिश नहीं कर रहा है। इससे पहले राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा था कि यूक्रेन अब नाटो की सदस्यता नहीं लेगा।
पांच शहरों में युद्ध विराम
कीव, खार्किव, सुमी, मारियुपोल, चेनीर्हीव शहरों में युद्ध विराम रहेगा। पूर्वी यूक्रेन के सेवेरोडोनेस्टक में गोलीबारी में 10 लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका ने दावा किया है कि रूसी सैनिक यूक्रेन के बायोलॉजिकल रिसर्च फैसिलिटी पर कब्जा करना चाहते हैं।
पड़ोसी देशों में रिफ्यूजी संकट बढ़ा
इस बीच पड़ोसी देशों में रिफ्यूजी संकट बढ़ गया है। खबर के मुताबिक 20 लाख लोगों ने यूक्रेन छोड़ दिया है। वहीं, लोगों को ब्रिटेन जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस बीच पोलैंड ने अपने सभी मिग-29 फाइटर प्लेन यूक्रेन को देने का ऐलान किया है। हालांकि इस पर अमेरिका ने कहा है कि यह कदम चिंता पैदा करने वाला है और उचित नहीं है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने जेलेंस्की को कनाडा की संसद को संबोधित करने के लिए न्योता दिया है। उधर ईयू ने रूस और बेलारूस पर सख्त प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।