राजनीतिक लाभ के लिए झूठे मामले बना रही हैं केंद्रीय एजेंसियां

 मुंबई । (एजेंसी)। सत्तारूढ़ महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन ने नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और एनसीबी के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े को आर्यन खान-कॉर्डेलिया ड्रग्स बस्ट मामले से निपटने के लिए निशाना बनाया। एमवीए द्वारा एनसीबी की आलोचना ऐसे समय में आई है जब एजेंसी की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने पाया कि आर्यन खान किसी भी अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी सिंडिकेट में शामिल नहीं थे। एसआईटी ने क्रूज पर छापेमारी में कई अनियमितताएं भी पाईं हैं। एमवीए सहयोगियों ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियां राजनीतिक लाभ के लिए झूठे मामले बना रही हैं। एसआईटी की जांच का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक द्वारा लगाए गए जबरन वसूली के आरोप सही थे। शिवसेना सांसद और मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, ‘एसआईटी ने पाया था कि आर्यन खान के पास कोई ड्रग्स नहीं थी। यह साजिश थी, हमारे खिलाफ भी इसी तरह के झूठे मामले उठाए जा रहे हैं। यह सब धीरे-धीरे उजागर किया जा रहा है। हम जल्द ही सभी को बेनकाब करेंगे।’ उन्होंने आगे कहा, ‘रिपोर्ट के माध्यम से सच्चाई सामने आ गई है। पूरी बात मनगढ़ंत थी, क्योंकि वह शाहरुख खान का बेटा था और वे उससे पैसे वसूलना चाहते थे। वे उसे बदनाम करना चाहते थे।’

25 करोड़ रुपयों की मांग की गई थी
राकांपा विधायक अमोल मिटकरी ने कहा कि नवाब मलिक द्वारा लगाए गए आरोप सही हैं। मलिक ने आरोप लगाया था कि आर्यन खान को छोड़ने के लिए एजेंसी के कुछ अधिकारियों ने 25 करोड़ रुपये की जबरन वसूली की बोली लगाई थी। हालांकि, कथित डील नहीं चल पाई, जिसके कारण आर्यन खान को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। कांग्रेस महासचिव सचिन सावंत ने भी मिटकरी के बयान का समर्थन किया। एक ट्वीट में कांग्रेस नेता ने पूछा कि एनसीबी अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जाती। स्पष्ट करें कि नवाब मलिक के आरोप सही थे और जबरन वसूली का रैकेट चल रहा था। एनसीबी अधिकारियों के खिलाफ स्पष्ट उल्लंघन के लिए कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई?’

आर्यन का अंतर्राष्ट्रीय ड्रग रैकेट
से कोई संबंध नहीं : एनसीबी
नई दिल्ली। अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को अंतर्राष्ट्रीय ड्रग साजिश से जोड़ने का कोई सबूत नहीं है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के विशेष जांच दल (एसआईटी) की जांच में यह तथ्य सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक, इसके अलावा, एनसीबी के पास यह साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं था कि खान एक अंतर्राष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का हिस्सा था। हालांकि संपर्क करने पर अधिकारियों ने इस मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि गोवा जाने वाले कॉर्डेलिया जहाज पर की गई छापेमारी में कुछ अनियमितताएं थीं। इस मामले की अभी भी एसआईटी जांच कर रही है। तत्कालीन मुंबई जोन के प्रमुख समीर वानखेड़े के नेतृत्व में एक एनसीबी टीम ने कॉर्डेलिया क्रूज यॉट पर छापा मारा था, जहां कथित तौर पर 2 और 3 अक्तूबर की दरम्यानी रात को कथित तौर पर एक ड्रग पार्टी चल रही थी। आर्यन खान और कुछ अन्य को टीम ने नशीली दवाओं की साजिश और ड्रग्स लेने के आरोप में हिरासत में लिया गया था।

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