2 नए लक्षण लेकर फिर लौटा ओमिक्रॉन

नई दिल्ली। (एजेंसी)। कोरोना वायरस के नए मामलों में थोड़ी कमी जरूर आई है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट का असर फिलहाल कम होता नहीं दिखाई दे रहा है। भले ही ओमिक्रॉन के लक्षण बहुत हल्के हैं, लेकिन यह बहुत तेजी से फैल रहा है और इसके लक्षण भी बहुत तेजी से बदल रहे हैं। ओमिक्रॉन के लक्षण सामान्य सर्दी-फ्लू से मिलते हैं, इसलिए कभी-कभी संक्रमण की पहचान करना मुश्किल हो जाता है, जिससे उपचार में देरी होती है। ओमिक्रॉन के सामान्य लक्षण बढ़ते जा रहे हैं। डॉक्टर का मानना है कि ओमिक्रॉन के मरीजों को मांसपेशियों में दर्द और जकड़न का अनुभव हो सकता है। दक्षिण अफ्रीका में डॉक्टरों के अनुसार, जब पहली बार ओमिक्रॉन के मामले सामने आए थे, तब मरीजों में मांसपेशियों में दर्द की शिकायत भी सामने आ रही थी। दुनिया भर में बढ़ते ओमिक्रॉन के मामलों के दौरान अधिकतर मरीजों को गंभीर मांसपेशियों में दर्द के साथ हल्के लक्षण जैसे बहती नाक, शरीर में दर्द, सीने में दर्द, पीठ दर्द और थकान आदि महसूस हुए। आंकड़ों के अनुसार, ज्यादातर मामलों में ओमिक्रॉन संक्रमण से सांस की समस्या भी नहीं होती है। एक्सपर्ट्स सुझाव दे रहे हैं कि अगर आपको सर्दी-खांसी के साथ पैरों में या बदन दर्द जैसे अजीब लक्षण भी महसूस हो रहे हैं, तो आपको तुरंत जांच करानी चाहिए।

दो जगहों पर हो सकता है गंभीर दर्द
ओमिक्रॉन के मामले में शरीर के दो हिस्सों में सबसे ज्यादा होता है। यह दो हिस्से पैर और कंधे हैं। पिछले दो सालों में देखा गया है कि कोरोना वायरस शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है। अगर बात की जाए ओमिक्रॉन की, तो इसमें मरीजों को पैर और कंधे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। जो लोग ओमिक्रॉन होने पर मांसपेशियों में दर्द की शिकायत करते हैं, वे ज्यादातर इसे पैरों और कंधों में महसूस करते हैं।

ओमिक्रॉन का दर्द कैसा होता है
ओमिक्रॉन के कारण होने वाला दर्द कई तरह से प्रकट हो सकता है। यह तब तक बना रहे सकता है, जब तक आप ठीक नहीं हो जाते। इसके कुछ मरीज अपने पैरों में सुन्नता या पैरों में कमजोरी महसूस कर सकते हैं। कंधों के मामले में, मरीजों को ज्यादातर दर्द, जकड़न, सुन्नता महसूस हुई। पैरों और कंधों में कमजोरी भी ओमिक्रॉन का एक संकेत हो सकता है।

मांसपेशियों में दर्द क्यों दे रहा है ओमिक्रॉन
विशेषज्ञों का मानना है कि जब वायरस मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम को प्रभावित करता है, तो यह आमतौर पर मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों को प्रभावित करता है, जिससे दर्द होता है। भले ही ओमिक्रॉन के मामले में शरीर में दर्द आम है, लेकिन इसे वायरल संक्रमण के शीर्ष पांच लक्षणों के रूप में नहीं माना जाता है।

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