नागपुर।(नामेस) मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के साथ, नागपुर पुलिस ने शुक्रवार को अवैध रूप से उत्खनित रेत के परिवहन के लिए फर्जी रॉयल्टी पेपर उपलब्ध कराने वाले एक अंतर-राज्यीय रैकेट का भंडाफोड़ किया था. रेत माफिया इस तरह के फर्जी कागजात का उपयोग करके और अपने अवैध कारोबार को सुचारू रूप से संचालित करके सरकार के राजस्व का नुकसान कर रहे थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार नागपुर जिले के कई रेत तस्कर भी आरोपी के संपर्क में थे. आरोपी का नाम राहुल खन्ना है. पुलिस ने अब इस मामले में पांच अन्य आरोपियों में खापा नवीन बस्ती निवासी सुरेंद्र विठोबा सावरकर (31), सावनेर बाजार चौक निवासी अशीष मूलचंद गौर (26) सावनेर बाजार चौक निवासी पीयूष राजेंद्र बुरडे (28) और खापा सावनेर निवासी ईशान लहूकुमार बांगडे (31) को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में भी पेश किया जहां कोर्ट ने उन्हें 27 जनवरी तक पुलिस कस्टडी रिमांड में भेजा है. सीपी ने बताया कि एक स्थानीय मुखबिर से सूचना मिलने के बाद अपराध शाखा ने राहुल को भोपाल से गिरफ्तार किया. मामले में शिकायतकर्ता फ्रेंड्स कॉलोनी निवासी संतोष बाबूराव गायकवाड़ (33) हैं. सीपी अमितेश कुमार के मुताबिक, गायकवाड़ ने पुलिस के सामने रैकेट का डेमो दिखाया था. उसने मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में स्थित बालू घाट से उत्खनित बालू के लिए रॉयल्टी पेपर और ट्रांसपोर्ट परमिट उपलब्ध कराने के लिए फोनपे से खन्ना को 9,900 रुपये ट्रांसफर किए थे. गायकवाड़ की मांग पर खन्ना ने कागजात तैयार कर वाट्सएप पर गायकवाड़ को भेज दिए थे. नागपुर शहर के बालू तस्करों के नाम पता करने के लिए क्राइम ब्रांच के अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं.
खन्ना के संपर्क में थे स्थानीय रेत माफिया
रैकेट के तौर-तरीकों पर विस्तार से बताते हुए सीपी ने कहा कि नागपुर स्थित रेत तस्कर जिले से अवैध रूप से रेत की खुदाई कर रहे थे. वे चोरी की रेत को सुचारू रूप से ले जाने के लिए खन्ना द्वारा बनाए गए फर्जी रॉयल्टी पेपर का उपयोग कर रहे थे. पुलिस को पता चला कि नागपुर जिले के साथ वर्धा, यवतमाल, भंडारा और चंद्रपुर के रेत माफिया भी खन्ना के संपर्क में थे.