चंडीगढ़. भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने संयुक्त संघर्ष पार्टी बना ली है. मिशन 2022 की पंजाब से शुरुआत है. इसकी घोषणा चंडीगढ़ में शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके की. चढ़ूनी ने कहा कि हमारा मकसद अमीर होना नहीं है. भाजपा पांच प्रदेशों में चुनाव जीतती है तो भाजपा बिल वापस लाएगी. ऐसी कोई संभावना नहीं है. फिर वापस लाएगी तो किसान लड़ने के लिए तैयार है. पंजाब में हमारा गठबंधन किसी के साथ नहीं है. 117 सीटों पर लड़ने के लिए तैयार है. चढूनी ने कहा कि किसान, मजूदर और व्यापारी को एकजुट होना पड़ेगा. पंजाब में नौजवान परेशान है. जिन अंग्रेजों को निकाला था, हमारा युवा उन्हीं अंग्रेजों के पास जा रहा है. पंजाब के अंदर कारोबार और रोजगार नहीं है. हर संभंव प्रयास करेंगे कि पंजाब में हर व्यक्ति को रोजगार मिलें, कृषि में बड़े बदलाव की जरूरत है. खेती की विदेशों में डिमांड हो सकती है. पैदा करने से लेकर उपभोक्ता तक का कारोबार किसान के पास होगा. ऐसी खेती की जाएगी, जिसके विदेशों में डिमांड हो. अफीम की खेती शुरू करें तो पंजाब उन्नति कर सकता है. अफीम नशा नहीं है, कमाई भी है. इसे हंसी में ना लेना. चढूनी ने कहा कि 32 किसान संगठनों में से नौ जत्थेबंदिया अलग हुई है। वे न्यूटल रहेंगे.
बिगड़ी हुई राजनीति को राजनीति से ही ठीक किया जा सकता
नवनियुक्त पार्टी प्रधान रिछपाल सिंह जोडामाजरा ने कहा कि हमने एक साल संघर्ष में बिताया है. 750 किसानों की जानें गईं. किसानों के साथ ज्यादतियां हुईं, कैस-कैसे नाम किसानों को दिए. एक ओर लूटा जा रहा था दूसरी ओर मारा जा रहा था. इंसानियत को ठेस पहुंचाई जा रही थी. जैसे लोहे को लोहा काटता है, जहर को जहर मारता है. वैसे बिगड़ी हुई राजनीति से ही राजनीति ठीक की जा सकती है. इसलिए पार्टी बनाने का विचार आया.