नई दिल्ली. कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सांसदों ने गुरुवार को संसद में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग करते हुए भारी हंगामा किया. विपक्ष ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में विशेष जांच दल द्वारा अदालत में दिए आवेदन की पृष्ठभूमि में अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग की. विपक्ष के लगातार हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. 3 अक्तृबर को हुई लखीमपुर खीरी घटना के बाद से ही विपक्षी दल मिश्रा को निशाना बना रहे हैं. हालांकि हिंसा मामले की जांच कर रही एक विशेष जांच दल द्वारा इस हिंसा को एक पूर्व नियोजित साजिश करार दिए जाने के बाद विपक्षी नेताओं की अजय मिश्रा को बर्खास्त किए जाने की मांग तेज हो गई है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल को आगे बढ़ाया, उसी समय कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के पास पहुंच गए. कई सदस्यों ने हाथों में तख्तियां भी ले रखी थीं. बिरला ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और प्रश्नकाल चलने देने की अपील की. लखीमपुर खीरी कांड पर विपक्षी सांसदों के हंगामे और गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की उनकी मांग के बाद लोकसभा 17 दिसंबर की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
मंत्री को नहीं हटाएगी भाजपा
लखीमपुर हिंसा मामले की एसआईटी रिपोर्ट सामने आने के बाद विपक्ष भले ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का इस्तीफा मांग रहा हो, लेकिन केंद्र सरकार उन्हें हटाने के बिल्कुल पक्ष में नहीं है. केंद्र सरकार का नेतृत्व कर रही भाजपा के पुष्ट सूत्रों ने कहा है कि एक पिता को उसके बेटे के कर्मों के लिए सजा नहीं दी जा सकती है.