वाराणसी. पीएम नरेंद्र मोदी दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर है. इस दौरान मंगलवार को प्रधानमंत्री ने भाजपा शासित 12 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ गुड गवर्नेंस को लेकर बैठक की. बैठक में असम, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों के साथ के भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और भूपेंद यादव भी शामिल हुए. बरेका प्रशासनिक भवन में आयोजित मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, काशी के विकास मॉडल को देखें और इसे अपने यहां अपनाएं.अपने राज्यों में इसका प्रचार-प्रसार भी करें. काशी और अयोध्या के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आगे आएं. पुराने शहरों के मूल स्वरूप को बरकरार रखते हुए लोगों की सुविधाओं के लिए क्या किया जा सकता है, इस पर फोकस करें. पीएम ने सभी मुख्यमंत्रियों से आगामी चुनाव, प्रधानमंत्री आवास योजना और प्रशासन पर भी विस्तार से चर्चा की. बीजेपी शासित राज्यों के इस सम्मेलन में सबको अपने प्रदेश में हो रहे एक बड़ी योजना के बारे में विस्तार से बताने को कहा गया था. जिन राज्यों में बीजेपी की सरकारें हैं मोदी वहां के कामकाज की रिपोर्ट लेना चाहते थे. सभी राज्यों ने गुड गवर्नेंस पर अपनी अपनी सरकार के काम के बारे में बताया. सभी 12 राज्यों के सीएम ने बारी-बारी से पीएम के सामने अपना प्रेज़ेंटेशन दिया. जानकारी के मुताबिक सबसे लंबा समय यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को दिया गया.
चुनाव में उतरने की रणनीति
अगले साल उत्तर प्रदेश समेत उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने हैं. पार्टी इस चुनाव में भाजपा शासित राज्यों के प्रदर्शन और विकास कार्यों की उपलब्धियों को चुनाव के दौरान बताएगी. केंद्र और राज्य में भाजपा शासित सरकार होने यानी ‘डबल इंजन सरकार’ होने के क्या फायदे हैं, उसकी उपलब्धियों को लेकर भाजपा ने चुनाव में उतरने की रणनीति बनाई है.