दिए थे 8 लाख, वसूल कर लिए 35 लाख

 नागपुर (नामेस)।
हुड़केश्वर थानातंर्गत अवैध साहूकारी करते हुए पहले 8 लाख रुपये ब्याज पर दिये. फिर ब्लैंक चेक और स्टाम्प पेपर पर खेती को लेकर लिखित करार के आधार पर ब्लैकमेलिंग करने का मामला सामने आया है. आरोपियों ने 35,00,000 लाख रुपये वसूले लिए गए. आरोपियों के नाम नरेन्द्रनगर निवासी रोशन श्रीकृष्ण तेलरांधे (40), सचिन श्रीकृष्ण तेलरांधे (42), नीलेश श्रीकृष्ण तेलरांधे (45), सुधीर रामभाउ गिंधेवार (51), म्हाडा कालोनी निवासी विवेक रमेश शंखदरवार (38) और नरेन्द्र नगर निवासी मगेश उर्फ नीलेश उपासराव रुद्राकार (42) बताए गए हैं. रोशन, सचिन और नीलेश सगे भाई हैं. वहीं, सुधीर और विवेक भी रकम जमा करने में शामिल रहे.

5 माह में ही लौटा दी रकम
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुरुदेवनगर निवासी सागर सुधाकरराव खानोरकर (38) ने फरवरी 2017 में रोशन और सुधीर से 8 लाख रुपये उधार लिए थे. साहूकारी का लाइसेंस ना होने के बावजूद रोशन और सुधीर ने 7 प्रतिशत ब्याज हर माह लिया. इसके अलावा गारंटी के तौर पर उन्होंने सागर के हस्ताक्षर किए 6 कोरे चेक, 500 रुपये के कोरे स्टैम्प पेपर भी रखे. वहीं, सिक्यूरिटी के तौर पर 2 स्टैम्प पेपर पर जमीन गिरवी रखने के स्टैम्प पेपर को शपथपत्र के तौर पर तैयार किया गया. सागर मान गए और उन्हें 8 लाख रुपये पर 7 प्रतिशत की दर से हर माह ब्याज देने लगे. सागर ने 18 जून 2018 को उधार ली सारी रकम यानि 8 लाख रुपये आरटीजीएस के माध्यम से सचिन के खाते में जमा करा दी और अपने सारे ब्लैंक चेक और गिरवी रखी जमीन व उसके कागजात वापस मांगे.

3 वर्ष में वसूले 35 लाख
सागर ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि 5 माह में उधार की सारी रकम लौटा दी. वहीं शर्त के अनुसार ब्याज भी पूरा दिया, लेकिन बाजवूद इसके आरोपी उन्हें उनके ब्लैंक चेक और जमीन के कागजात देने में आनाकानी करते रहे. वे बार-बार रकम मांगते रहे. डर था कि कहीं आरोपी ब्लैंक चेक का गलत फायदा ना उठा लें, क्योंकि उस पर सागर ने हस्ताक्षर किए हुए थे. इसी प्रकार जमीन भी हथियाने का डर था.
ऐसे में मजबूर होकर सागर आरोपियों को पैसा देते रहे. इस प्रकार आरोपियों ने 3 वर्ष में करीब 35 लाख रुपये वसूल लिए, फिर पर कागजात वापस नहीं किए. ऐसे में परेशान होकर सागर ने पुलिस में शिकायत की. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.

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