नागपुर।(नामेस)।
पृथक विदर्भ के मुद्दे को लेकर आक्रामक रुख अपनाते हुए विदर्भवादी आंदोलन की धुरा संभालने वाले विदर्भ राज्य आंदोलन समिति के मुख्य संयोजक राम नेवले का मंगलवार की रात को हृदयाघात से निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार बुधवार को मानेवाड़ा घाट पर किया गया। मंगलवार को ही उन्होंने एक प्रेस कान्फ्रेंस लेकर पृथक विदर्भ राज्य की मांग को बुलंद करने के लिए चुनाव लड़ने का इरादा व्यक्त करते हुए ‘जय विदर्भ पार्टी’ की स्थापना का ऐलान किया था। चौहत्तर वर्षीय राम नेवले ने विदर्भ सहित अनेक समस्याओं को लेकर उग्र आंदोलन किये थे। राम नेवले मूलत: नागपुर जिले की नरखेड़ तहसील के निवासी थे। वहां उनका कृषी सेवा केंद्र था। अपने जीवन के शुरूआती दौर में वे शरद जोशी की शेतकरी संगठना के संपर्क में आए थे। इस संगठन के नागपुर जिलाध्यक्ष के बतौर उन्होंने कार्य शुरू किया था। आरंभिक काल में शेतकरी संगठन के गिनती के प्रभावशाली लोगों में गिने जाने वाले नेवले ने कालांतर में शेतकरी संगठन का दामन छोड़ दिया था। इस बाद का सारा जीवन उन्होंने पृथक विदर्भ के लिए झोंक दिया था। पालकमंत्री डॉ नितिन राउत समेत कई गणमान्य व्यक्तियों ने उनकी मौत पर शोक जताया है।