-नागपुर में 7 दिसंबर से होगा शीतकालीन अधिवेशन
-प्रधान प्रमुख सचिव ने की विभाग प्रमुखों से चर्चा
-विधिमंडल सदस्यों, कर्मचारियों का दोनों डोज लेना अनिवार्य होगा
-सभी के लिए आरटी पीसीआर टेस्ट कराना भी आवश्यक होगा
नागपुर। (नामेस)।
महाराष्ट्र विधानमंडल का तीसरा शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से नागपुर में प्रस्तावित है. इस संदर्भ में तैयारियां करने और विभिन्न योजनाएं बनाने के लिए सोमवार को विधानसभा के प्रमुख सचिव राजेंद्र भागवत की अध्यक्षता में सभी संबंधित विभागों की एक उच्चस्तरीय बैठक हुई. कोविड-19 के मद्देनजर इस अधिवेशन के लिए विशेष प्रतिबंधात्मक तैयारी की जाएगी. अधिवेशन में आने वाले सभी लोगों के लिए वैक्सीन का दोनों डोज अनिवार्य किया गया है. इसके अलावा सभी को आरटीपीसीआर टेस्ट कराना भी अनिवार्य होगा. विधान भवन के मंत्री परिषद कक्ष में प्रधान सचिव भागवत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में विभागीय आयुक्त प्राजक्ता लवंगारे- वर्मा, जिलाधिकारी विमला आर, मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी., अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी, जिप के सीईओ योगेश कुंभेजकर, सूचना व जनसंपर्क महासंचालनालय के संचालक हेमराज बागुल, लोकनिर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता जनार्दन भानुसे, स्वास्थ्य विभाग के उपसंचालक डॉ.संजय जायस्वाल समेत संबंधित विभाग के प्रमुख उपस्थित थे. मुंबई में अगले सप्ताह विधिमंडल कामकाज सलाहकार समिति की बैठक होने वाली है. इसके मद्देनजर इस बैठक में सभी विभागों द्वारा की गई तैयारी का जायजा लिया गया. इस साल का शीतकालीन अधिवेशन कोरोना काल में हो रहा है. इसलिए इसमें शामिल होने वाले विधिमंडल सदस्य तथा कर्मचारियों द्वारा वैक्सीन की दो खुराक पूर्ण करना अनिवार्य किया गया है. इसके अलावा दोनों खुराक लेने के बाद भी सभी को पुन: आरटी पीसीआर टेस्ट करना अनिवार्य होगा. विधि मंडल सदस्य, निजी सहायक, सभी अधिकारी-कर्मचारी, मीडिया, सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस, राज्यभर से आने चालक आदि का अधिवेशन शुरू होने के पूर्व आरटी पीसीआर टेस्ट करने की महत्वपूर्ण सूचना भागवत ने स्वास्थ्य विभाग को दी.
सीमित प्रवेश
सभागार में मर्यादित प्रवेश रहेगा. विधिमंडल परिसर के सभागार सदस्य के स्वीय सहायकों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. इसके लिए परिसर में आवश्यक व्यवस्था करने, कोविड नियमों का पालन करने तथा विधि मंडल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के विषय पर चर्चा की गई.विधानसभा क्षेत्र में नए भवन का निर्माण किया गया है. इस भवन के लिए आवश्यक सुरक्षा-व्यवस्था और सहायक उपाय करने का सुझाव दिया गया. इसके अलावा विधान भवन की सुरक्षा व्यवस्था, विधान भवन के बाहर परिसर, विधायक आवास, रवि भवन, 160 कमरे, सुयोग पत्रकार निवास के बारे में भी निर्देश दिए गए. इसके अलावा विधायक निवास में महिला विधायकों के लिए एक मंजिल में व्यवस्था किए जाने तथा उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस बंदोबस्त किए जाने के भी निर्देश प्रधान सचिव भागवत ने दिए.
अन्य सुविधाओं के विषय पर भी चर्चा
अधिवेशन के दौरान की गई वाहन व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था, दूरध्वनि व्यवस्था, नियमित बिजली वितरण, वैद्यकीय सुविधा, इंटरनेट, वाई-फाई, रेलवे आरक्षण, खानपान व्यवस्था, अन्न पदार्थ व पानी की जांच तथा परिसर में उत्तम स्वच्छता के संदर्भ में सभी विभागों के प्रमुखों से चर्चा की गई.