केरल में तबाही की बारिश; 26 की मौत, दर्जनों लापता!

-पहाड़ों में बसे कई छोटे कस्बे और गांव शेष दुनिया से कटे
-सेना ने मोर्चा संभाला, राहत और बचाव कार्य जारी
-पीएम मोदी ने सीएम विजयन से की बात, गृह मंत्री ने हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया

 कोट्टायम/इडुक्की। (एजेंसी)।

केरल में भारी बारिश और विनाशकारी भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है। करीब दर्जन भर से अधिक लोग लापता हैं। मीडिया खबरों के मुताबिक अब तक कोट्टायम में 13, इडुक्की में 9 और अलापुरा में 4 लोगों की मौत बारिश के कारण हुई है। सेना और एनआरएफ का बचाव कार्य जारी है। केरल के हालात को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बात की। उन्होंने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
केरल के दक्षिण और मध्य हिस्से में शनिवार को भारी बारिश हुई। इसकी वजह से कई स्थानों पर अचानक आई बाढ़ और कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ। बारिश के कारण भयावह हुई स्थिति के मद्देनजर राहत और बचाव कार्य के लिए सेना उतर चुकी है।देश के इस दक्षिणी राज्य में बारिश जनित घटनाओं की वजह से कई लोग घायल हुए हैं, जबकि कई विस्थापित हुए हैं। राज्य के अधिकतर बांध अपनी पूरी क्षमता से भर चुके हैं और भूस्खलन की वजह से पहाड़ों में बसे कई छोटे कस्बे और गांव शेष दुनिया से कट गए हैं।कुट्टिकल, कोट्टायम में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री उपलब्ध कराने के लिए आईएनएस गरुड़, कोच्चि से आॅपरेशन शुरू किया है।

पीएम ने सीएम से बात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट में लिखा कि केरल के मुख्यमंत्री से केरल में भारी बारिश और भूस्खलन के मद्देनजर स्थिति पर चर्चा की। घायलों और प्रभावितों की सहायता के लिए जमीनी स्तर पर काम किया जा रहा है। मैं सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं। यह दुखद है कि केरल में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कुछ लोगों की जान चली गई। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना।इस बीच सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), पुलिस और अग्निशमन बल के साथ ही स्थानीय लोगों ने रविवार सुबह कुट्टीकल और कोक्कायार पंचायत इलाकों में बचाव अभियान शुरू किया।

एनडीआरएफ की 11 टीमें तैनात
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि केंद्र भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित केरल के लोगों को हरसंभव सहायता मुहैया कराएगा। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि सरकार भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर केरल के कुछ हिस्सों की स्थिति पर लगातार नजर रख रही है।राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने तलाश, बचाव एवं राहत अभियान के लिए राज्य में 11 टीमों को तैनात किया है। भारी बारिश और भूस्खलन से मरनेवालों की संख्या रविवार को बढ़कर आठ हो गई।

बारिश में मामूली कमी
इस बीच रविवार की सुबह मध्य केरल में बारिश में मामूली कमी आई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बुलेटिन में कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने आगे अनुमान लगाया कि इस अवधि के दौरान केरल में अलग-अलग वर्षा होगी।

पहाड़ी इलाकों में हालात खराब
कोट्टयम, इडुकी और पथनमथिट्टा जिलों के पहाड़ी इलाकों में कुछ ऐसी ही स्थिति उत्पन्न हो गई है जैसी स्थिति वर्ष 2018 और 2019 की विनाशकारी बाढ़ के दौरान उत्पन्न हुई थी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से दी गई नवीनतम जानकारी के मुताबिक पथनमथिट्टा, कोट्टयम, एणार्कुलम, इडुक्की और त्रिशूर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। कोट्टयम और पथनमथिट्टा जिला बारिश से सबसे अधिक प्रभावित है, जहां पर शुक्रवार रात से ही बारिश हो रही है।

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