नागपुर। (नामेस)।
जरीपटका पुलिस की टीम ने गोपनीय सूचना मिलने के बाद पाटनकर चौक के पास छापा मारकर सरकारी अनाज की कालाबाजारी कर रहे तीन आरोपियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह सरकारी अनाज जरीपटका स्थित सरकारी गोदाम में पहुंचना था, परंतु आरोपी इस अनाज को रास्ते में ही दूसरी गाड़ी में लोड करते हुए रंगे हाथ मिले हैं। इस पूरी कार्रवाई में करीब 26,53,000 रुपए के माल को बरामद किया गया है। नागपुर शहर में सरकारी अनाज की कालाबाजारी करने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसे ही एक मामले का पदार्फाश जरीपटका पुलिस की टीम ने पाटनकर चौक पर किया है, जिसमें पंजाब सरकार का राशन चोरी-छिपे ढंग से गोदाम में पहुंचने से पहले ही रास्ते में ही ठिकाने लगाया जा रहा था। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी पाटनकर चौक निवासी हरविंदर सिंह रविंद्र सिंह भाटिया (29), अमन सिंह रविंद्र सिंह भाटिया (33) व नसीम अकबर खान (26) नाका नंबर दो, छोटी मस्जिद खसाला, मसाला तथा लक्ष्मण नामक व्यक्ति सरकारी अनाज को गोदाम में नहीं उतारा, बल्क़ि ट्रक क्रमांक एमपी 22 एच 1931 में रखे सरकारी अनाज को पाटनकर चौक पर ही एक टाटा एस गाड़ी क्रमांक एमएच 31 सीक्यू 2244 में भरते हुए रंगे हाथ मिले हैं। हालांकि इस कार्यवाही के दौरान एक आरोपी मौके से फरार हो गया है, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।इन ट्रकों में गेहूं भरा हुआ था, जिसे पंजाब से नागपुर स्थित सरकारी गोदाम में उतारा जाना था। इस दौरान जब पुलिस ने अन्न व आपूर्ति विभाग के जोनल अधिकारी रागिनी गायकवाड़ तथा आपूर्ति निरीक्षक रविंद्र राठौड़ से संपर्क करने के बाद घटनास्थल पर बुलाया और जांच की, तब जाकर इस पूरे गोरखधंधे का खुलासा हुआ। ट्रक क्रमांक एमपी 22 एच 1931 गेहूं के बोरों पर गवर्नमेंट आॅफ पंजाब नीले अक्षर में लिखा हुआ था। इस पूरी कार्रवाई में दो ट्रक, एक टाटा एस गाड़ी और 465 बोरी गेहूं समेत करीब 26,53,000 रुपए के माल को बरामद किया गया है। आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 408, 409, 34 व सहधारा 3,7 जीवन आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत मामला दर्ज किया है। इस कार्रवाई को डीसीपी मनीष कलवानिया, एसीपी रोशन पंडित के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक वैभव जाधव, पुलिस निरीक्षक तृप्ति सोनवने, एपीआई विजय धुमाल, सिपाही रामचंद्र गजभिए, गजानन निश्चितकर, गणेश गुप्ता, अजय गिरडकर, आनंद मर्सकोकहे, संतोष पांडे, नरेश गुप्ता, सुशील महाजन मुकेश हलमारे ने मिलकर अंजाम दिया है।