नागपुर। (नामेस)।
नवरात्रि पर्व की तैयारियों के साथ ही अब पुलिस के सामने एक नई चुनौती आ गई है। कल महाविकास आघाड़ी गठबंधन में शामिल तमाम पार्टी और संबंधित संगठनों ने महाराष्ट्र बंद का ऐलान किया है। इस संबंध में पुलिस-प्रशासन ने भी कमर कस ली है। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार और सहआयुक्त आयुक्त अस्वती दोरजे ने रविवार को सुरक्षा रणनीति तैयार करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
शहर में करीब चार हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा 100 अतिरिक्त होमगार्ड और एसआरपीएफ की टुकड़ियां भी तैयार की गई हैं। सभी अधिकारियों को संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त पुलिस-बल के साथ तैनात करने का आदेश दिया गया है। सभी पुलिसकर्मियों को रात से ही अपने क्षेत्र में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
अप्रिय घटना रोकने के लिए पुलिस प्रशासन तैयार
मोबाइल वैन में सशस्त्र पुलिस तैनात की गई है। सुबह पुलिस अधिकारी व कर्मचारी सड़कों पर पेट्रोलिंग करेंगे। बंद के दौरान कोई अप्रिय घटना न घटने पाए, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा। खुफिया पुलिसकर्मी राजनैतिक नेताओं, पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं की हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। ऊपरी स्तर पर सभी डीसीपी अपने जोन की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखेंगे। निचले स्तर पर भी संबंधित थानेदार-निरीक्षकों को हर पल जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
बंद के दौरान ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में भी विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं। इनके विकराल रूप धारण करने और कोई अप्रिय घटना के घटने की संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इसलिए पुलिस अधीक्षक विजय मगर ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल माकणीकर के साथ स्थिति की समीक्षा की। सभी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को पूरी तरह से सतर्क रहने को कहा गया है। बंद के दौरान हाईवे पर कोई रुकावट या रुकावट न हो, इसका भी विशेष ध्यान रखा गया है।