मुंबई। (एजेंसी)।
नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) पर पहले से ज्यादा हमलावर होते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने शुक्रवार को आरोप लगाया है कि एजेंसी ने मुंबई से गोवा के रास्ते में क्रूज पर की जा रही रेव पार्टी के दौरान छापेमारी में 10 लोगों को गिरफ्तार किया था, लेकिन इनमें से दो को छोड़ दिया। एनसीपी ने यह भी कहा कि छोड़े गए दो लोगों में से एक हाई प्रोफाइल बीजेपी नेता का साला था।
एनसीबी जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर निशाना साधते हुए एनसीपी प्रवक्ता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने एजेंसी के अधिकारियों के रवैये पर भी सवाल उठाए। हालांकि, बीजेपी ने एनसीपी के आरोपों को बेबुनियाद बताया है और कहा है कि नवाब मलिक निजी कारणों से एनसीबी पर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं।
नवाब मलिक ने आरोप लगाया, ‘रेड के बाद, एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े ने कहा कि 8-10 लोगों को पकड़ा गया है। इतना बड़ा आॅपरेशन चलाने वाला अधिकारी ऐसे अस्पष्ट जवाब कैसे दे सकता है? अगर 10 लोग पकड़े गए थे तो दो लोगों को क्यों छोड़ा और उन दो में से एक बीजेपी नेता का साला था।’
बता दें कि एनसीपी की ओर से यह आरोप ऐसे समय में लगाए गए हैं जब एक दिन पहले ही आईटी डिपार्टमेंट ने पार्टी नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार के दफ्तरों पर छापेमारी की थी।
नवाब मलिक ने कहा कि वह शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के उस बीजेपी नेता का नाम बताएंगे, जिसके साले को एनसीबी ने जाने दिया। उन्होंने कहा कि आयकर विभाग की छापेमारी अजित पवार की छवि खराब करने के मकसद से हुई है।
बता दें कि एनसीबी ने इस मामले में शाहरूख खान के बेटे आर्यन के साथ ही 18 लोगों को गिरफ्तार किया है।
Sunday, November 24, 2024
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