-मामले में दो लोग हिरासत में, पूछताछ जारी
-मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया
-विपक्ष के नेताओं का दौरा और वापस लौटाने का सिलसिला जारी
नई दिल्ली। (एजेंसी)।
लखीमपुर खीरी कांड में स्वत: संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि वह एक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करे कि आठ लोगों की हत्या से संबंधित मामले में किसे आरोपी बनाया गया है और क्या उन्हें गिरफ्तार किया गया है या नहीं? चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली की पीठ ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए यूपी सरकार से शुक्रवार तक इस मामले से संबंधित स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर पूरा ब्यौरा पेश करने के लिए कहा है।
इस बीच, लखनऊ जोन की पुलिस महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह ने गुरुवार को बताया कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बेटे और लखीमपुर कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि अगर आशीष पूछताछ के लिए नहीं आते हैं तो इसके लिए कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। हालांकि, पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि आशीष को भेजे गए सम्मन में किसी समय सीमा का जिक्र नहीं है। उन्होंने बताया कि हम लोगों ने 2 लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया है, उनके बयानों के आधार पर 3 अन्य की गिरफ़्तारी की गई।
मामले में दो हिरासत में लिए
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है इनकी पहचान लवकुश और आशीष पांडेय के रूप में हुई है। दोनों अज्ञात में शामिल थे, अब पहचान कर हिरासत में लिए गए हैं।
विशेष जांच दल और न्यायिक जांच आयोग का गठन
हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पेश एडिशनल एडवोकेट जनरल गरिमा प्रसाद ने सुप्रीम कोर्ट में जवाब देते हुए कहा कि एक विशेष जांच दल और एक न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है। चीफ जस्टिस ने यूपी सरकार से कहा, ‘शिकायत है कि आप ठीक से जांच नहीं कर रहे हैं। दो वकीलों द्वारा दिए गए लेटर पिटीशन में कहा गया है कि आठ लोगों, किसानों और पत्रकारों की हत्या की गई है। हमें यह जानने की जरूरत है किन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और क्या उन्हें गिरफ्तार किया गया है?
प्रसाद ने अपनी दलील में कहा कि यह ‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना’ है और जांच पहले से ही चल रही है। उन्होंने शुक्रवार तक स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने के लिए समय मांगा। शीर्ष अदालत ने उनसे इलाहाबाद हाईकोर्ट में इस संबंध में दायर जनहित याचिकाओं का विवरण देने को भी कहा है।
मृतक की मां का ख्याल रखे यूपी सरकार
वकील अमृतपाल सिंह खालसा के अनुरोध पर, शीर्ष अदालत ने राज्य सरकार को मृतक किसानों में से एक की मां को तत्काल चिकित्सा देखभाल देने का निर्देश दिया, जो तीन अक्तूबर की घटना के बाद सदमे की स्थिति में थी।
पत्रकार कश्यप के परिजनों से मिले अखिलेश यादव
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया कांड में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के परिजनों से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुलाकात की। इसके बाद अखिलेश यादव मीडिया से मुखातिब हुए।
विरोध दर्ज कराकर लौट गए हरीश रावत
सरकार किसानों की हत्या के आरोपी को गिरफ्तार करने की जगह विपक्ष के नेताओं को गिरफ्तार कर रही है। यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर बरेली में यूपी पुलिस ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को हिरासत में ले लिया। इसके बाद हरीश रावत प्रशासन के मानने पर वापस लौट गए।
सहारनपुर में हिरासत में लिए गए सिद्धू
सहारनपुर में हंगामा प्रदर्शन के बाद करीब 4:30 बजे पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री राजा अमरेंद्र सिंह और प्रगट सिंह के अलावा नवजोत सिंह सिद्धू और चार विधायकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
फायरिंग या किसी हथियार से घायल होने की पुष्टि नहीं
लखीमपुर खीरी हिंसा जांच पर लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह ने कहा कि फायरिंग या किसी हथियार के घायल होने की घटनाओं की पुष्टि नहीं हुई है। इसलिए हमें अन्य सबूतों के साथ आगे बढ़ना होगा जो हमें दिए गए हैं।
हरियाणा में भी लखीमपुर कांड?
चंडीगढ़। लखीमपुर में हिंसा की आग अभी ठंडी भी नहीं पड़ी है कि किसानों ने दावा किया है कि हरियाणा के नारायणगढ़ में भी उसी तरह की घटना को अंजाम देने की कोशिश की गई है। अंबाला के पास नारायणगढ़ में प्रदर्शन कर रहे किसानों का आरोप है कि बीजेपी सांसद नायब सैनी की कार कुछ प्रदर्शनकारियों पर चढ़ाने की कोशिश की गई, जिसमें एक बुरी तरह जख्मी हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।